कुदरत के भीतर कई राज छुपे हुए हैं। इंसान सदियों से इन राजों को जानने की कोशिश करता रहा है जिन पर से अब तक पर्दा नहीं हट पाया है। सच और रहस्य की इस दूरी को कम या खत्म करने का सिलसिला बहुत पुराना है। ऐसा ही एक रहस्य है झारखंड के बोकारो जिले के इस कुंड में। ऐसा कुंड जहां ताली बजाने से पानी अपने आप निकल आता है। तालाब में पानी इतनी तेजी से निकलता है मानो किसी बर्तन में पानी उबल रहा हो। इतना ही, नहीं इस कुंड की खासियत है कि यहां सर्दी में गर्म और गर्मी में ठंडा पानी निकलता है।
बोकारों शहर से 27 कि.मी. दूर इस अनोखे कुंड में नहाने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। लोगों का मानना है कि इस पानी में जो कोई भी मन्नत मांगता है वह पूरी हो जाती है। लोग मानते हैं कि इस कुंड के पानी मे में एक बार नहा लेने के बाद से किसी भी तरह का चर्म रोग नहीं होता। कुंड से निकलने वाला पानी जमुई नामक छोटे नाले से होते हुए गरगा नदी में मिलता है। इसे दलाही कुंड के नाम से जाना जाता है। कंक्रीट की दीवारों से घिरा हुआ ये छोटा जलाशय बेहद साफ और औषधीय गुणों वाला है।
वर्ष 1984 से यहां हर साल मकर संक्रांति पर मेला लगता है। लोग स्नान के लिए पहुंचते हैं। कुंड के पास दलाही गोसाईं नामक देवता का स्थान है। यहां हर रविवार लोग पूजा करने पहुंचते हैं।