दावोस में मोदी की ट्रंप से मुलाकात नहीं होने की तो यह है वजह
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विदेश सचिब के पद पर नियुक्त होने वाले विजय गोखले ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि, उस समय ट्रंप के दावोस में नहीं होने कारन ही प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात नहीं हो पायेगी।
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दावोस में उसी दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री भी होंगे, उस मौके पर मोदी और अब्बासी के बीच अनौपचारिक या औपचारिक भेंट होने की संभावना के बारे में गोखले ने कहा कि उनकी जानकारी में ऐसी कोई बैठक की योजना नहीं है।
बताते चले कि, 21 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री दावोस जा रहे हैं। इससे पहले 1997 में तत्कालीन प्रधानमंत्री एच डी देवैगौड़ वहां गये थे।
प्रधानमंत्री को दावोस में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को मुख्य संदेश यह रहेगा कि भारत अब खुला हुआ देश है और कारोबार के लिये तैयार है। दावोस दुनिया में सबसे तेत्र बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। गोखले ने बताया कि मोदी 23 जनवरी को मुख्य सत्र में मुख्य उद्बोधन देंगे। उनके अनुसार श्री मोदी का दावोस में करीब 24 घंटे का संक्षिप्त प्रवास ही रहेगा।