भारती के खिलाफ गिरफ़्तारी परवाना
न्यूज डेस्क
कानून के सिकंजे में बुरी तरह फंस चुकी भारती घोष के लिए नई मुशीबत आन खड़ी हुई है। धमकी, वसूली व धोखादड़ी के आरोप में एकसमय मुख़्यमंत्री ममता बनर्जी की करीबी माने जाने वाली आईपीएस भारती घोष के ख़िलाफ कोर्ट ने गिरफ़्तारी परवाना जारी किया है। जिसके बाद इस आईपीएस अफसर को तलाश कर रही है सीआईडी। बता दे कि, पश्चिम मेदिनीपुर के एक स्वर्ण व्यापारी ने उनके खिलाप शिकायत दायर किया था। जिसके बाद ही सीआईडी ने जाँच पड़ताल शुरू किया। भारती घोष के साथ उनके पूर्व सुरक्षाकर्मी सुजीत मंडल के खिलाफ भी गिरफ़्तारी के आदेश हैं।
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मालूम हो की, भरती के खिलाफ केशपुर केव्यापारी चन्दन माझी ने करोड़ों रूपए अवैध तरीके से वसूलने के आरोप लगाए हैं। गायब भारती के खोज में शुक्रवार भारती घोष के कोलकाता, पश्चिम मेदिनीपुर व सोनारपुर के नकन पर सीआईडी ने तलाशी चलाया। यहाँ तक की नाकतला स्थित उनके पति के माकन में भी तलाशी की गई। लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला।
सुंत्रों से पता चला है कि, तलाशी के दौरान उनके मकानों से काफी मात्रा में सोने के गहने, रूपए व कई संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं सीआईडी ऑफिसरों को। इन सामानों के मिलने के बाद सीआईडी ने भर्ती घोष को नोटिस भेजा था पर उन्होंने जिसका कोई जवाब नहीं दिया। इस मामले में सीआईडी ने भारती घोष के पति को भी हाजिर होने की नोटिस भेजा है।
भर्ती घोष पर अपना शिकंजा कस्ते हुए सीआईडी ने उनको नजदी दो पुलिस अफसर चित्त पाल व शुभंकर दे को गिरफ्तार किया है। इन दोनों के माकन से तलाशी के दौरान 16 लाख और 40 लाख रूपए नकद बरामद हुआ है। सीआईडी के अनुसार इन रुपयों के बारे में दोनों अफसर कोई हिसाब नहीं दिखा पाए हैं। बता दे की चित्त पल पहले घाटाल बाद में डेबरा और केशियारी थानाधिकारी रह चुके हैं। वहीं शुभंकर घातल थाना के सर्किल अधिकारी थे।