November 23, 2024     Select Language
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आभूषण नहीं कुछ और है मंगलसूत्र

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न्यूज डेस्क

विवाहित महिलाएं मंगलसूत्र आज से ही नहीं पुराने समय से ही पहनते आ रही हैं। मंगलसूत्र पहनने का महत्व आज के दौर से नहीं है बल्कि आदिकाल से चला आ रहा है। बता दें कि मंगलसूत्र का मानव जीवन में बहुत ज्यादा महत्व होता है। मंगलसूत्र की तुलना बाकि आभूषणों से भी नहीं की जाती है। आज हम आपको मंगलसूत्र से जुड़े कुछ रोचक तथ्य के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके बारे में शायद आप जानते नहीं होंगे।

मंगलसूत्र में काले रंग के मोतियों की लिडयां, मोर एवं लॉकेट की उपिस्थति अनिवार्य मानी गई है। इसके पीछे मान्यता यह है कि लॉकेट अमंगल की आशंकाओं से स्त्नी के सुहाग की रक्षा करता है, तो मोर पति के प्रति श्रद्धा और प्रेम का प्रतीक है और काले रंग के मोती बुरी नजर से बचाते हैं।

ज्योतिषशात्र के अनुसार सोना गुरू के प्रभाव में होता है। गुरू ग्रह को वैवाहिक जीवन में खुशहाली, संपित्त एवं ज्ञान का कारक माना जाता है। यह धर्म का कारक भी है। काला रंग शिन का प्रतीक माना जाता है। शिन स्थायित्व एवं निष्ठा का कारक ग्रह होता है। गुरू और शिन के बीच सम संबंध होने के कारण मंगलसूत्र वैवाहिक जीवन में सुख एवं स्थायित्व लाने वाला माना जाता है।

मंगलसूत्र पति के प्रति प्रेम और आदर का चिह्न होता है। मान्यता है कि इससे पति पर आने वाली विपित्तयां दूर होती है। 

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