हजारों साल से कोई विस्फोट नहीं हुआ यहां
ट्रेवल डेस्क
इंडिया जहां पर हर कोने-कोने में कोई न कोई रहस्य छिपा हुआ है। भारत के जिस कोने में जाएं वहां पर किसी न किसी रुप में हमें आश्चर्य मिल ही जाता है। फिर चाहें वो कोई किला हो या फिर प्रकृति के गोद में छिपा रहस्य। ऐसा ही एक प्रकृति ने अपने पास संजो कर रखा है। यह रहस्य अरावली पहाड़ी का है। जिसके बारे में इतिहासकारों का मानना है कि इस पर्वत के पास एक ज्वालामुखी है, लेकिन इस ज्वालामुखी में हजारों साल से कोई विस्फोट नहीं हुआ है।
आरावली पहाड़ी राजस्थान और हरियाणा की सीमा पर अरावली श्रेणी में स्थित धोसी पहाड़ी ज्वालामुखी के मुंहाना जैसी भी दिखती है।
पौराणिक मान्यता के अनुसार इस ज्वालामुखी को धोसी पहाड़ी के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि इस धोसी पहाड़ी से आयुर्वेद से संबंधित कई रहस्य जुड़े हुए हैं। क्या आप जानते हैं कि हमेशा जवान और खूबसूरत दिखने के लिए कौन औषधि है। अगर नहीं जानते तो बता दें, इस औषधि का नाम कायाकल्प है। यह एक ऐसी औषधि है, जिससे त्वचा तो अच्छी होती ही है और स्वास्थ्य भी दिनोंदिन बेहतर होता जाता है।
धोसी पहाड़ी का रहस्य आज भी कायम है कि आखिरकार इसमें ऐसा क्या है जो महान वेदों, महान व्यक्तियों, ऋषियों के महान गुण अपने अंदर स्थापित कर लेती है और साथ में यह भी कि जब यह पहाड़ी ज्वालामुखी है तो कभी भी इसमें कोई विस्फोट क्यों नहीं हुआ है। महाभारत महाकाव्य के अनुसार इस पहाड़ी की उत्पत्ति त्रेता युग में हुई थी। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आप जो च्यवनप्राश खाते है वो इसी पड़ाही की ही देन है। तो फिर देर किस बात की अगर आप बी रहना चाहते है जवान, तो डाएं धोसी पहाड़ी।