July 1, 2024     Select Language
Editor Choice Hindi KT Popular दैनिक धर्म

अपने इस फौज के दम पर रामदेव पाना चाहते हैं पूरी दुनिया में विश्वगुरू का दर्जा

[kodex_post_like_buttons]
न्यूज डेस्क 
अगर बाबा रामदेव की बात की जाए तो वे एक अलग ही प्रकार के संयासी हैं। पतंजलि योगपीठ को बुलंदियों तक पहुंचाने का श्रेय इन्हीं को जाता है। अब इसी योगपीठ के लिए वे अपने उत्तराधिकारी की तलाश में हैं।
योग गुरू बाबा रामदेव अब साधु-सन्यासियों की फौज तैयार कर रहे हैं। जिसके लिए उनके आश्रम में बाकायदा ब्रह्मचारियों का ट्रेनिंग कैंप चल रहा है। इस कैंप में संन्यासी बनने के लिए ब्रह्मचारी और ब्रह्मचारिणी बड़ी संख्या में भाग ले रहे हैं। ट्रेनिंग कैंप 85 ब्रह्मचारियों और ब्रह्मचारिणियों को संयास दीक्षा के लिए चयनित किया गया है। ये संन्यासी स्वामी रामदेव के उत्तराधिकारी के रूप में तैया​र किये जा रहे हैं।
बता दें 35 ब्रह्मचारिणी और 50 ब्रह्मचारी सन्यास ​दीक्षा के लिए चयनित किये गए हैं। जिन्हें योग गुरू स्वामी रामदेव ने खुद चुना है। इनकी बाकायदा परीक्षा ली गई और स्वामी रामदेव ने इनसे चारों वेदों के बारे में सवाल-जवाब किए। इन ब्रह्मचारियों और ब्रह्मचारिणियों को कठिन उपवास भी करना पड़ा।
बताया जा रहा है कि स्वामी रामदेव ने राम-नवमी के दिन ही संन्यास लिया था। इसलिए उनके लिए यह दिन बेहद अहम है। स्वामी रामदेव हजारों की संख्या में संन्यासियों की फौज खड़ी करना चाहते हैं।
इन संन्यासियों की फौज के दम पर स्वामी रामदेव भारत को फिर से पूरी दुनिया में विश्वगुरू का दर्जा दिलवाना चाहते हैं। आने वाले आठ-दस सालों में पतंजलि योगपीठ के संन्यासियों की तादाद 50 हजार तक पहुंच सकती है।

Related Posts

Leave a Reply