पहले से ही दूगनी से अधिक, सरकार फिर बढ़ाने को तैयार
फिर आम नागरिकों की रसोई में आग लगनेवाली है। सरकार घरेलू प्राकृतिक गैस के दाम अगले सप्ताह बढ़ाकर इसके दो साल के उच्च स्तर पर कर सकती है। सरकार के इस कदम से सीएनजी महंगी होगी वहीं बिजली व यूरिया उत्पादन की लागत भी बढ़ जाएगी। जानकार सूत्रों ने बताया कि घरेलू क्षेत्रों से उत्पादित होने वाली अधिकतर प्राकृतिक गैस का दाम एक अप्रैल से बढ़ाकर 3.06 डॉलर प्रति एमबीटीयू (प्रति इकाई) किया जाएगा जो कि इस समय 2.89 डॉलर है।
अमेरिका, रूस व कनाडा जैसे गैस अधिशेष देशों के औसत मूल्य के आधार प्राकृतिक गैस के दाम हर छह महीने तय होते हैं। भारत अपनी आधी गैस आयात करता है जिसकी लागत उसकी घरेलू दर से दोगुने से भी अधिक है। सूत्रों ने कहा कि 3.06 डॉलर प्रति एमबीटीयू की दर एक अप्रैल से छह महीने के लिए लागू होगी।
घरेलू उत्पादित प्राकृतिक गैस के दाम बढ़ने से जहां ओएनजीसी व रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी उत्पादक कंपनियों की आय बढ़ेगी वहीं इससे सीएनजी के दाम बढ़ सकते हैं जिसमें प्राकृतिक गैस का इस्तेमाल कच्चे माल के रूप में किया जाता है।