48 साल लिव इन के बाद बच्चों ने कराई इनकी शादी
लिव इन भले ही हमारे लिए नया विचार माना जाता हो, लेकिन इनके लिए यह शादियों पुरानी बात है। इन्होंने आजकल के जीवन शैली के मायने दी है। 48 साल लिव इन रहने के बाद 80 साल के दूल्हा और 78 की दुल्हनियां बन अब शादी की फेरे लगाए हैं।
बात है राजस्थान के आदिवासी अंचल झाडोल के परगियापाडा गांव की। यहां यह परम्परा बरसों से चल रही है। दूल्हे देवादास कलासुआ की शादी एक बार पहले चम्पा बाई के साथ हो चुकी है। दोनों के बच्चे भी हुए, लेकिन इसी बीच देवादास पास के गांव की मग्दू बाई को अपने साथ अपने घर ले आया। ये दोनों यहां चम्पाबाई के साथ ही रहने लगे।
सामाजिक मान्यता दिलाने के लिए इनके बच्चों ने ही कदम आगे बढ़ाए और अपनी मां यानी मग्दू बाई के पीहर विवाह का प्रस्ताव भेजा। मंगलवार को इस जोड़े के विवाह की रस्म हुई। देवादास का बेटा अर्जुनलाल स्कूल में शिक्षक है। उसी ने यह परम्पराएं पूरी कराई। इस शादी में देवादस की पहली पत्नी चम्पाबाई की सहमति थी।