बिन पियेगा भी नहीं पते थे बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार
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न्यूज डेस्क
के एल सहगल की आज 114वीं बर्थ एनिवर्सरी है। बॉलीवुड में 1932 से 1947 तक का दौर इस सुपरहीरो का था। के एल सहगल अभिनय और गायकी में महानायक अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना, किशोर कुमार , मुकेश, मुहम्मद रफी के भी गुरु मने जाते हैं।
सहगल ने पहली बार 12 साल की उम्र में प्रताप सिहं के दरबार में गाया। लेकिन करियर कुछ आगे नहीं बढ़ रही थी तो उन्हों पंजाब में रेलवे में टाइम कीपर और सेल्समैन की नौकरी करनी पड़ी ।
लेकिन उसके बाद दोस्तों की महफ़िल उन्हें गाता सुन हिन्दुस्थान रिकॉर्डिंग कंपनी के एक शक्श ने उन्हें रिकॉर्डिंग के लिए बुलाया। शुरुआती दौर में देव गांधार राग में ‘झुलाना झुलाओं ‘गाना काफी हिट हुआ। इसके बाद उन्होंने गायकी के साथ-साथ एक्टिंग में भी हाथ आजमाया। सुबह के सितारे, जिंदा लाश और मोहब्त के आंसू फिल्मों ने लोगों को काफी इंप्रेस किया। के एल सहगल की एक्टिंग को फिल्म ‘देवदास’ में सराहा गया। इस फिल्म में उन्होंने ऐसे प्रेमी की भूमिका निभाई जिसने उन्हें लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचा दिया। सहगल की एक्टिंग और गायकी ने उन्हें सफलता के शिखर तक तक तो प्हुंचाया साथ ही शराब की लत भी लगा दी। जिस वजह से उनका स्वास्थ्य बिगड़ता गया। कहा जाता है कि रिकॉर्डिंग भी एक पैग पीने के बाद ही करते थे। महज 42 साल की उम्र में उनका 18 जनवरी 1947 को निधन हो गया।