सबक ले भारत : सिर्फ 10 मिनट में दों भारतियों को 517 साल की सजा
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न्यूज डेस्क
भारत में धोखादड़ी जैसे मामलों में फैसला आते-आते सदिओं बीत जाते हैं। तब तक या तो आरोपी देश से फरार हो जाता है या उम्र ख़त्म हो जाती है। वहीं दुबई का यह मामला भारत के लिए एक सबक है। जहाँ सिर्फ 10 मिनट में ही जज ने दो भारतीयों को कई करोड़ डॉलर के धोखाधड़ी के मामले में 517 साल की जेल की सजा सुना दी। दुबई के एक स्पेशल बेंच के प्रिसाइडिंग जज डॉक्टर मोहम्मद हनाफी ने दोनों आरोपियों में से एक की पत्नी को भी 517 साल की जेल की सजा सुनाई। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जज को कोर्टरूम में इस पर फैसला सुनाने में महज 10 मिनट ही लगे।
दरअसल, इन आरोपियों के द्वारा चलाई जा रही विदेशी मुद्रा व्यापार की कंपनी एक्सेंशियल में कई हजार लोगों के बहुत अधिक पैसे निवेश किये गए थे, जिसके बाद में धोखाधड़ी के मामले सामने आए। कंपनी के मालिक आरोपी सिडनी लेमोंस और उसकी पत्नी वलाने और र्यान डिसूजा के खिलाफ ऐसे ही धोखाधड़ी के 515 मामले दर्ज थे। कोर्ट के अनुसार उन्हें हर एक मामले के लिए एक-एक साल की सजा सुनायी गयी और दो अन्य मामलों में 2-2 साल की सजा सुनाई गई। इस प्रकार कुल 515 मामलों में 517 साल की जेल की सजा सुनाई गई।
हालाँकि, आरोपी अब अपनी सजा पर कोर्ट में अपील कर सकते हैं। इसी बीच यूएई लॉयर ने पीड़ितों से कहा कि आरोपी अपने क्लाइंट्स के पैसे को वापस कर सकते हैं। कुछ पीड़ितों ने कोर्ट के इस फैसले के प्रति संतोष व्यक्त किया है।