इस 13 अप्रैल में बैशाखी की खुशियां ही नहीं, जालियांवाला बाग के साथ अनेकों राज हैं छुपे
न्यूज डेस्क
13 अप्रैल दुनियाभर में बैशाखी मानाने का यानि खुशिओं का दिन। लेकिन क्या आपको पता है इस दिन ऐसी घटने भी घाटी थी जिसे यद् भी कर लो तो दिल बैठ सकता है। इस 13 अप्रैल, 1919 में ही जालियांवाला बाग जैसी घिनौनी घटना घाटी थी। ब्रिटिश जनरल डायर ने सभा कर रहे निहत्थे लोगों पर गोलियां चलाकर सैकड़ों लोगों की जान ली थी।
इस 13 अप्रैल को ही इसी दिन इटली की जंग में नेपोलियन ने आॅस्ट्रिया को हराया था। जिसमे लाखों लोगों का खून।
हालाँकि इस दिन दुःख के साथ साथ खुसी देने वाली यादें भी हैं जैसेकि- इसी दिन, 13 अप्रैल 1699 को दसवें गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना भी की थी।
भारत की पहली फिंल्म ‘श्रीपुंडलीक’ बनाने वाले फिल्ममेकर दादासाहब तोरणे का जन्म भी 13 अप्रैल, 1890 में हुआ था।
1947, 13 अप्रैल के ही दिन भारत और पाकिस्तान के बीच डिप्लोमैट संबंध स्थापित हुए थे। वहीं 1944, 13 अप्रैल के दिन सोवियत संघ और न्यूजीलैंड के बीच डिप्लोमैट संबंध बने थे।
13 अप्रैल का दिन ‘एक्वाडोर शिक्षक दिवस’ के रूप में भी मनाया जाता है, जिसे शायद ही कोई जानता हो।
भारतीय क्रिकेट टीम ने 1984, 13 अप्रैल के दिन शारजाह में पाकिस्तान को 58 रन से हराकर पहली बार एशिया कप जीता था।