रिपोर्ट : भारत में 371 लोग मौत के इंतजार में, चीन ने हज़ारों को दी मौत
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लंदन मुख्यालय वाली इस संस्था ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के सेंटर ऑन डेथ पेनल्टी के हवाले से बताया कि पिछले साल 51 हत्यारोपियों को मौत की सजा सुनाई गई है। यह संख्या 2016 के मुकाबले 87 कम है। रपट में कहा गया है कि संस्था प्राणदंड के मामलों पर रोजाना नजर रखती है और इस संबंध में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के आंकड़े, उसके आंकड़े कम है। भारत में मौत की सजा का सामना कर रहे लोगों की कुल तादाद 371 है।
पिछली बार 2015 में भारत में याकूब मेमन को 1993 के मुंबई आतंकी हमले के लिए फांसी की सजा दी गई थी। वर्ष 1993 में मुंबई में बम विस्फोटों में 257 लोग मारे गए थे। एमनेस्टी इंटरनेशनल में कानून व नीति मामलों के वरिष्ठ निदेशक तवांडा मुतासाह ने संवाददाताओं को बताया कि 2018 के दौरान दुनिया में सबसे ज्यादा मौत की सजा चीन में दी गई, जिसकी तादाद हजारों में है।