IMF ने बजायी खतरे की घंटी : वैश्विक कर्ज रिकॉर्ड स्तर पर, दुनिया पर मंडरा रहा मंदी का खतरा
साथ ही IMF ने इससे निपटने के लिए सभी देशों से ऐसी नीतियों के बहिष्कार की अपील की है जो आर्थिक अस्थिरता को बढ़ाती है।
IMF के राजस्व विभाग के निदेशक विटोर गैसपर ने सलाह दी है कि संकट के जोखिम से निपटने के लिए सभी देश मजबूत सार्वजनिक वित्त व्यवस्था का निर्माण करे। गैसपर ने बताया ‘हमारी कर्ज निरंतरता एनालिसिस के मुताबिक निम्न आय वाले 40 फीसदी देश उच्च जोखिम पर हैं या पहले से कर्ज में डूबे हुए हैं. यह अनुपात पांच सालों में दोगुना हो जाएगा।’
IMF की नए रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले वैश्विक कर्ज 2009 में अपने उच्चतम स्तर पर था। IMF ने संकेत दिए हैं वैश्विक कर्ज के कारण कई देशों के खर्च बढ़ाने की क्षमता पर भी असर देखा जाएगा और इससे उन देशों के विकास दर प्रभावित होंगे और वे मंदी का शिकार हो सकते हैं।