‘रेपिस्ट’ आसाराम बापू के भक्तों के लिस्ट में कभी थे उमा भारती से लेकर प्रधानमंत्री मोदी तक
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न्यूज डेस्क
भारत एक ऐसा देश जहाँ भक्तों पर अंधभक्ति की पट्टी कुछ ऐसी बंधी है कि वो अपने इन गुरूओं की सच्चाई तक नहीं पहचानते। इसी सूची में वैसे तो कई सारे बाबा और धर्म गुरू शामिल है। जैसे की आसाराम बापू। जो पिछले पांच साल से जोधपुर की जेल में नाबालिग बच्ची के साथ रेप करने के आरोप में बंद है। आज 25 अप्रैल को उनकी सजा को लेकर सुनवाई भी होने वाली है। हालांकि एक वक्त ऐसा भी था जब बापू से मिलने के लिए उनके अनुयायी लंबी कतारों में कई घंटे तक इंतजार किया करते थे।
आसारम के संत बनने के बाद लाखों लोग उनके अनुयायी बने। आम जनता से लेकर वीवीआईपी तक आसारम के भक्त रहे। कई बड़े नेता जैसे उमा भारती, रमन सिंह भी इस सूची में शआमिल है। इनके अलावा अशोक गहलोत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आसाराम को बहुत मानते है।
जानकर हैरान हो जायेंगे की साल 2016 जून में आयकर विभाग ने आसारम की 2300 करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति के बारे में खुलासा किया था। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि उनकी 400 ट्रस्ट है जिसकी मदद से वो अपनी पूरे कारोबार पर नजर रखते है।
मूल रुप से पाकिस्तान के सिंध में रहते वाले आसाराम का असली नाम असुमल थाउमल हरपलानी था। भारत पाकिस्तान के बटवांरे के बाद उनका परिवार अहमदाबाद आकर बस गया था। आसाराम के जीवन पर छपी किताबों के अनुसार जब आसाराम का परिवार पाकिस्तान से अमदाबाद आया तब उनके पिता लकड़ी और कोयले का कारोबार करते थे। जल्द ही आसाराम के पिता की मौत हो गई थी। पिता की मौत के बाद आसारम ने अपना घर संभालने के लिए पढ़ाई छोड़ दी। आसाराम ने तीसरी कक्षा तक ही पढ़ाई की है। कुछ दिन तक लकड़ी और कोयले का काम किया लेकिन इस काम में भई आसाराम का ज्यादा दिन तक मन नहीं लगा तो ये काम भी छोड़ दिया।
आसाराम ने महज 15 साल की उम्र में घर छोड़ दिया और भारुच के एक आश्रम में रहने लगे। यहां उन्होंने लीलाशाह नाम के एक स्पिरिचुअल गुरू से दीक्षा ली।
बता दें कि यूपी के सहारनपुर की एक नाबालिक लड़की के साथ आसाराम बापू पर जोधपुर आश्रम में यौन उत्पीड़न करने का आरोप है, जिसके बाद उन्हें 2013 में गिरफ्तार कर लिया गया था।