बैठक : किम जोंग-उन और मून जे-इन के बिच क्या होगा अहम्! परमाणु या परिवार
न्यूज डेस्क
शुक्रवार को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन और उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग-उन की मुलाक़ात होने वाली है। बीते कई दशकों में ये पहली बार है जब दोनों नेता मिलेंगे और आपसी मतभेदों को सुलझाने का प्रयास करेंगे। ये मुलाक़ात वाकई में बेहद अहम मानी जा रही है क्योंकि इससे पहले किम जोंग-इल ने2007 में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपतियों से मुलाक़ात की थी।
हलांकि उस मुलाकात से पहले, महीनों तक दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहतर बनाने की संभावनाएं तलाशी जाती रही हैं। इस मुलाक़ात के बाद अब आगे उत्तर कोरिया और अमरीका के बीच अहम बैठक होने वाली है। अब सवाल यह उठता है की कल के मुलाकात में वह कौन से मुद्दे उठाये जायेंगे जिससे दोनों देशों के रिश्ते मजबूत बने और नागरिकों के हिट में हो।
विशेषज्ञों की माने तो इस मुलाक़ात में सबसे बड़ा विषय होगा परमाणु मुद्दा। कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण और शांति स्थापित करने से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। विशेषज्ञ मानते हैं कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियार छोड़ने पर राज़ी नहीं होगा लेकिन फिर भी वो इस बैठक को बेहद अहम मान रहे हैं।
दोनों ही पक्षों के सामने अपनी अलग समस्याएं हैं जिनमें सबसे महत्त्पूर्ण है प्रतिबंध और दोनों मुल्कों के बीच बंटे परिवार। साथ ही इस बैठक में कोरियाई युद्ध के कारण अलग हुए 60,000 लोगों और उनके परिवारों पर भी चर्चा होगी।
हालाँकि अभी तक उत्तर कोरिया या दक्षिण कोरिया कसी और से चर्चा होने वाली अपने मुद्दों के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दी है।