भारत-चीन बैठक परिणाम : सैन्य मुख्यालयों के बीच हॉटलाइन प्रस्ताव पर शीलमोहर
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न्यूज डेस्क
भारत-चीन के बीच लंबित पड़े हॉटलाइन स्थापित करने के प्रस्ताव पर शीलमोहर लग गया है। चीन की सेनाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच वुहान में अनौपचारिक बैठक के बाद अपने मुख्यालयों इस प्रस्ताव पर कथित तौर पर सहमत हो गई हैं। चीन के आधिकारिक मीडिया ने आज यह जानकारी दी। मोदी ने भारत – चीन के बीच दो दिवसीय अभूतपूर्व शिखर वार्ता सकरात्मक प्रभाव मन जा रहा है।
सरकारी दैनिक अखबार ग्लोबल टाइम्स ने आज कहा , ‘‘ दोनों देशों के नेता अपने – अपने सैन्य मुख्यालयों के बीच एक हॉटलाइन बनाने पर कथित तौर पर सहमत हो गए हैं। इस हॉटलाइन को विश्वास पैदा करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है क्योंकि इससे दोनों मुख्यालयों को 3488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा ( एलएसी ) में सीमा गश्ती दल के बीच तनाव और डोकलाम जैसे गतिरोध से बचने के लिए संवाद बढ़ाने में मदद मिलेगी।
हॉटलाइन के बारे में लंबे समय से बातचीत हो रही है लेकिन कुछ मुद्दों जैसे कि मुख्यालयों में किस स्तर पर हॉटलाइन स्थापित की जा सकती है, को लेकर यह योजना आगे नहीं बढ़ पाती। शी ने भी चीनी सेना में कई बड़े बदलाव किए है और उनके नेतृत्व में उसकी कमान के ढांचे में बड़े बदलाव हुए। बता दे कि, भारत और पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल्स ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस ( डीजीएमओ ) के बीच हॉटलाइन सुविधाएं हैं।