सिर्फ 200 रुपये में ‘तोड़ पायेंगे जेल की रोटी’
कैंटीन से दो तरफा लाभ होगा कि जेलों में कैदियों से मुलाकात करने के लिए आने वाले लोगों को भी खाना उपलब्ध हो सकेगा और जिन्हें जेल की रोटी खानी हो, वह भी वहां से खाना ले सकते हैं। इसका रेट अभी तय नहीं किया गया है, लेकिन 200 रुपए प्रति प्लेट खाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है।
जेल मंत्री ने कहा कि कैदियों की वोकेशनल ट्रेनिंग, खेल व पढ़ाई तथा स्किल डिवैलपमैंट को लेकर भी नए सिरे से प्लानिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में विभिन्न जेलों में ए ग्रेड के 90 खूंखार कैदियों को रखा गया है। 1500 एड्स पीडि़त कैदी हैं। इनके सहित अन्य बीमारियों के इलाज के लिए कैदियों की बीमा पालिसी करवाने पर विचार किया जा रहा है।