कार्बन डाइआक्साइड उत्सर्जन ने तोडा 8 लाख साल पुराना रिकॉर्ड, किया 410 पार्ट्स पार
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न्यूज डेस्क
8 लाख साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ कार्बन डाइआक्साइड पिछले माह 410 पार्ट्स प्रति मिलियन उत्सर्जन हुआ, जिसे ग्लोबल वर्मिंग के लिए सबसे खतरनाक मन जाता है। यह जानकारी स्क्रिप्स इंस्टिट्यूट ऑफ ओशियनोग्राफी ने दी। स्क्रिप्स इंस्टिट्यूट के अनुसार, इंडस्ट्रियल रिवोल्यूशन के दौरान भी बहुत कार्बन डाइआक्साइड उत्सर्जन हुआ था, लेकिन कभी 300 पार्ट्स प्रति मिलियन से पार नहीं गया।
स्क्रिप्स के वैज्ञानिक राल्फ कीलिंग ने कहा कि हम लगातार जिवाश्म ईंधन जला रहा हैं और हवा में तेजी के साथ कार्बन डाइऑक्साइड मिल रही है। कीलिंग की इस रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले माह अप्रैल में एटमॉस्फियर में कार्बन डाइऑक्साइड 410.31 पार्ट्स प्रति मिलियन पहुंच गया। एटमॉस्फियर में कार्बन का यह रूप इतिहास में पहली बार देखा जा रहा है।
टेक्सास यूनिवर्सिटी के क्लाइमेट साइंटिस्ट ने इस रिपोर्ट के बाद लिखा, ‘ हम पृथ्वी के साथ लगातार और तेजी के साथ एक्सपेरिमेंट करते जा रहे हैं, जो हमारा एकमात्र घर है।’ विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने कहा है कि कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड जैसे गैसों की इस कदर वृद्धि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए ग्रह को अधिक खतरनाक और अप्रचलित बना रही है। पृथ्वी को हम बहोत तेजी से बर्वादी की और धकेल रहें हैं।
टेक्सास यूनिवर्सिटी के क्लाइमेट साइंटिस्ट ने इस रिपोर्ट के बाद लिखा, ‘ हम पृथ्वी के साथ लगातार और तेजी के साथ एक्सपेरिमेंट करते जा रहे हैं, जो हमारा एकमात्र घर है।’ विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने कहा है कि कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड जैसे गैसों की इस कदर वृद्धि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए ग्रह को अधिक खतरनाक और अप्रचलित बना रही है। पृथ्वी को हम बहोत तेजी से बर्वादी की और धकेल रहें हैं।