पश्चिम बंगाल चुनाव: मतदान केंद्रों में हिंसा का दौर, कहीं विस्फोट, कहीं बहा खून
न्यूज डेस्क
पश्चिम बंगाल में नामांकन के दौरान बड़े पैमाने पर हुई हिंसा मतदान में भी जारी है। मतदान में किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए राज्य में बड़े पैमाने पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। दरअसल ये चुनाव अपनी घोषणा के साथ ही बड़े पैमाने पर हुई हिंसा शुरू हो गयी थी। बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पर आरोप था कि किसी भी विरोधी दल को नामांकन नहीं करने दिया गया। जिसके बाद विरोधिओं ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मोबाइल के जरिये नामांकन को वैध करार दिया। इतने सारि घटनाओं के बाद आज बंगाल में मतगणना शुरू हुई है।
लंबी चुनावी लड़ाई के बाद आखिरकार आज पश्चिम बंगाल में चुनाव हो रहे है। लेकिन इस मतदान में बंगाल के कई मतदान केंद्रों से हिंसा की ख़बरें आ रही है। इसी बीच कूच बिहार में कम तीव्रता वाला एक धमाका हुआ इस धमाके में तृणमूल कांग्रेस के कैंडिडेट समेत 20 लोग जख्मी हो गए हैं। आशंका जताई जा रही है कि निर्दलीय उम्मीदवार और तृणमूल कांग्रेस के बीच हिंसा से ही यह धमाका। वहीं, भंगर में मीडिया की गाड़ी पर भी हमला हुआ है।
वहीं बीजेपी, सीपीएम सहित निर्दल दलों ने ममता सरकार पर आरोपलगया कि तृणमूल कांग्रेस लोगों को जवर्दस्ती टीएमसी को वोट देने के लिए डरा धमका रहे हैं या वोट देने ही नहीं दे रहे। दूसरी और टीएमसी ने इस आरोप को सिरे से नकार दिया है।
बता दें कि पंचायत चुनाव की 58,692 सीटों में 20,076 सीटों पर पहले ही निर्विरोध कैंडिडेट का चुनाव हो चुका हैं। वहीं, पश्चिम बंगाल चुनाव आयोग ने बताया कि चुनाव के लिए सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए हैं और मतदान केंद्रों में करीब 71,500 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है।