ज्यादा पीते ही पानी बन जाता है जहर, बर्बाद कर देगा शरीर के इन अंगों को
जिन लोगों को हाई ब्लड प्रैशर, हार्ट फेल्यिर की समस्या या गुर्दे की परेशानी है उनको दिन में लीटर से अधिक पानी नहीं पीना चाहिए। अधिक पानी पीने से खून में सोडियम का संतुलन गिर जाता है। जब शरीर में सोडियम का स्तर कम होता है तो आंखों के आगे अंधेरा आने लगता है, जिससे व्यक्ति बेहोश हो जाता है। कई गंभीर मामलों मे तो व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। जो बुजुर्ग डिमैंशिया से पीड़ित हैं उनमें हाइपोनेट्रीमिया का खतरा अधिक होता है।
कुछ लोगों का मानना है कि पानी के अधिक पीने से शरीर की सारी गंदगी बाहर निकल जाती है। एेसा सोचने वाले लोग ज्यादा पानी पीने लगते हैं. इस आदत को ऑब्सैसिव कम्पल्सिव ड्रिंकर्स कहा जा सकता ह। बार-बार और ज्यादा पानी पीने का असर लीवर पर होता है।
एक स्वस्थ इंसान जिसका वजन 70 किलो है उसको दिन में कम से कम 4 से 5 लीटर पानी पीना चाहिए। इसके अलावा जो लोग अधिक लोग शारीरिक श्रम करते हैं उनको ज्यादा पानी पीना चाहिए। स्वस्थ रहने के लिए जब भी प्यास लगे तब ही पानी पीए। दिम में कम से 8 गिलास पानी पीना जरूरी है।
1. अधिक पानी पानी से धमनियों, नाड़ियों तथा दिल पर दबाव पड़ता है. क्योंकि संचार प्रणाली पानी से भर जाती है तो शरीर में इलैक्ट्रोलाइड्स ( सोडियम, पोटाशियम तथा क्लोराइड) का जमाव कोशिकाओं के मुकाबले रक्त में गिर जाता है। सुंतलन बनाने के प्रयास में पानी आपके खुन से कोशिकाओं में घूस जाता है जिससे वे सूज जाती हैं। जब यह सूजन दिमाग में पहुंचती है तो हल्का सा सिरदर्द होने लगता है. इसके साथ सांसे उखड़ेने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
2.ज्यादा पानी पीने से पाचन क्रिया प्रभावित होती है। ज्यादा पानी पीने से खाना देर से पचता है और पेट संबंधी कई बीमारियां होने का खतरा रहता है।
3. ज्यादा पानी पीने के कारण हाइपोनेट्रेमिया होने की संभावना रहती है।
4. शरीर में सोडियम की मात्रा कम होती है और इसकी वजह से दिमाग पर बुरा असर पड़ता है. इसके साथ ही सिर दर्द की शिकायत होने लगती है।
5. कुछ मरीजों जिनकी बाय-पास सर्जरी हुई होती है, उन्हें चिकित्सक ज्यादातर कम पानी पीने के लिए कहते हैं।
6. ज्यादा पानी पीने का असर नींद पर भी पड़ता है। बार-बार वॉशरूम जाने के कारण आपकी नींद टूटती है।
7. ज्यादा पानी के कारण किडनी पर भी ज्यादा दबाव पड़ता है।