भारत को गोल्ड जीतानेवाली चानू डोप टेस्ट में फेल, आईडब्लूऍफ़ ने किया सस्पेंड, लग सकता है बैन
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न्यूज डेस्क
बीते दिनों गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वालीं संजीता चानू डोप टेस्ट में फेल हो गई हैं। 53 किलोग्राम कैटेगरी में भारत को स्वर्ण पदक जिताने वाली संजीता के सैंपल में एनाबॉलिक स्टेरॉइड टेस्टोस्टेरॉन नाम का ड्रग पाया गया है जो बैन किया जा चुका है। इसी के चलते अंअंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ (IWF) ने उन्हें अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया है।
फेडरेशन का कहना है कि अगर डोप के मामले में चानू दोषी पाई जाती हैं तो उन पर चार साल तक का बैन भी लगाया जा सकता है। महासंघ ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि संजीता के नमूने को प्रतिबंधित एनाबोलिक स्टेरॉयड के लिए पाजीटिव पाया गया है। संजीता ने राष्ट्रमंडल खेलों के महिलाओं के 53 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था।
फेडरेशन का कहना है कि अगर डोप के मामले में चानू दोषी पाई जाती हैं तो उन पर चार साल तक का बैन भी लगाया जा सकता है। महासंघ ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि संजीता के नमूने को प्रतिबंधित एनाबोलिक स्टेरॉयड के लिए पाजीटिव पाया गया है। संजीता ने राष्ट्रमंडल खेलों के महिलाओं के 53 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था।
महासंघ ने एक बयान में कहा, एंटी डोपिंग नियम का उल्लंघन करने पर अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। हालांकि इस बात को लेकर अभी पुष्टि नहीं हो पाई है कि वो ड्रग उनके सैंपल में कमनवेल्थ गेम्स के दौरान मिला है या फिर किसी और प्रतियोगिता के दौरान पाया गया है।
आपको बता दें कि संजीता ने पिछले साल नवंबर में अनाहेम (अमेरिका) में विश्व चैम्पियनशिप में 53 किग्रा वर्ग में हिस्सा लिया था और कुल 177 किलोग्राम भार वर्ग उठा कर 13 वें स्थान पर रही थी।