November 23, 2024     Select Language
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सावधान ! यहां मरना है मना, वजह जान उड़ जायेंगे होश 

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कहते हैं मौत बताकर नहीं आती। कब कहाँ आ जाये यह कोई नहीं जनता। लेकिन दुनियाभर में ऐसी कई जगहें मौजूद हैं, जहां पर मौत के आने पर भी पावंदी लगी है। यहां मरना मना है। हालाँकि इस पावंदी की वजह जान आपके होश उड़ जायेंगे।

कुछ जगहों पर कब्रिस्तान की कमी के चलते मरने की मनाही है तो कहीं पर इसे गैरकानूनी घोषित किया गया है। अगर आप घूमने के शौकीन हैं या दुनिया की अजब-गजब जगहों के बारे में जानना पसंद करते हैं तो आपके लिए इन जगहों के बारे में जानना बेहत जरुरी है।
2007 में, फ्रांस की Cugnaux नामक जगह पर दो कब्रिस्तान थे, जिनमें दफन करने की जगह लगभग खत्म हो चुकी थी। इसी वजह से यहां के मेयर ने उन लोगों के लिए मौत को अवैध घोषित कर दिया था जिनके पास दफन होने की जगह मौजूद नहीं थी। बाद में इसका विरोध किया गया और इस फैसले को वापस लिया गया।
दक्षिणी इटली की सेलिया नामक जगह की कुल आबादी लगभग 537 है। इसमें से अधिकतर लोग 65 वर्ष से अधिक उम्र वाले हैं। यहां के मेयर को चिंता थी कि यहां के वासियों की संख्या और कम होने पर इस जगह का अस्तित्व खत्म न हो जाए। इसी डर में उन्होंने मरने पर ही प्रतिबंध लगा दिया। यह प्रतिबंध वास्तव में लोगों को स्वस्थ रहने और खुद का खयाल रखने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से लगाया गया था। यहां जो कोई भी वार्षिक चेकअप नहीं करवाता, उस पर जुर्माना लगाया जाता है।
ब्राज़ील के बिरबिटिआ मिरिम में  2005 में कब्रिस्तान की कमी होने लगी थी। पर्यावरण की चिंता करते हुए यहां के मेयर ने मरने पर प्रतिबंध लगा दिया था। बाद में 2010 के दौरान नए कब्रिस्तान बनाए गए।
1999 में दक्षिणी स्पेन के लंजोरान शहर के मेयर को भी गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा। जब यहां भी लोगों को दफनाने की जगह में कमी होने लगी तो एक खास आदेश जारी किया गया। आदेश के अनुसार, यहां के नागरीक तब तक नहीं मर सकते थे, जब तक नगरपालिका अधिकारियों को एक नए कब्रिस्तान के लिए जगह न मिल जाए।

लांगियरवॉरेन, नार्वे 1950 में इस बात का पता लगाया गया कि पहले से दफनाए गए शरीर अभी तक डिकंपोज नहीं हुए हैं। इसी के चलते नए मृत शरीरों को दफनाने पर रोक लगा दी गई थी।
2012 में फेलेशनो डेल मेक्सिको इटली  में लगभग 3700 लोगों की आबादी थी। इस शहर के पास खुद का कब्रिस्तान नहीं था। इसके चलते यहां के लोग अपने पड़ोसी शहर में मृत शरीर दफनाते थे। कुछ समय बाद दोनों शहरों के बीच का यह समझौता टूट गया।

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