दुनिया को चौंका इस देश ने चरस रखने, उगाने और बेचने पर लगाया कानून का मुहर, रखा मिनिमम एज का विवाद भी
कनाडा की संसद ने एक चौंकाने वाला फैसला करते हुए अपने देश में भांग के इस्तेमाल भांग को कानूनी मान्यता दे दी। अब कनाडा मे भांग का इस्तेमाल लीगल तौर पर होगा। कनाडा सरकार 1 जुलाई से इस फैसले को लीगल करना चाहती है लेकिन सरकार ने कहा है कि राज्यों को इसे लागू करने में अभी 8 से 12 हफ्ते लग सकते हैं। कनाडा की संसद में इस बिल के पक्ष में 52 वोट पड़े जबकि विरोध में 29 वोट ही पड़े।
कनाडा में जस्टिन ट्रूडो की सरकार इस कानून को सितंबर में लागू कर सकती है। इस कानून से कनाडा दुनिया का दूसरा ऐसा देश बन गया है जहां ड्रग्स का इस्तेमाल लीगल। इससे पहले उरुग्वे ही एकमात्र ऐसा देश है जहां भांग का इस्तेमाल करना लीगल है। बिल को संसद में पेश करने वाले सांसद टोनी डीन ने कहा, ”आज हम कनाडा में एक 90 साल पुराने कानून को खत्म करने जा रहे हैं जिसमें भांग के इस्तेमाल को बैन किया गया था वो 90 साल जिसमें क्राइम को बढ़ावा मिला और जिससे कुछ हासिल नहीं हुआ सिवाए नुकसान के.”
कनाडा में लागू हो रहे इस कानून का सबसे विवादास्पद पहलू ये है कि इस कानून के तहत भांग के इस्तेमाल के लिए मिनिमम एज क्या रखी जाए। अभी 18-19 साल की उम्र तय की गई है जिसपर विवाद हो रहा है। ये उम्र अमेरिका में तय की गई उम्र से कम है। हालांकि उम्र को कम रखने के समर्थकों का मानना है कि मिनिमम एज 21 साल रखने से युवा ब्लैक मार्केट से ड्रग्स खरीद सकते हैं जिससे क्राइम को बढ़ावा मिलेगा।
कैनाबिस एक्ट अब कानून में बदल जाएगा। इस बिल के तहत व्यस्कों को घर में चरस रखने, उगाने और इसे बेचने की कानूनी मंजूरी मिल गई है। कनाडा इसलिए रिकॉर्ड बुक में है क्योंकि उसने एक देश के तौर पर इसे कानूनी मान्यता दी है जबकि अमेरिका में राज्यों के स्तर पर इसे मान्यता मिली है। इससे पहले साउथ अमरीका का देश उरुग्वे दुनिया का पहला ऐसा देश था जिसने शौक के लिए चरस के प्रयोग को कानूनी मंजूरी दी थी।