क्या ऐसे पानी पीते हैं? जीवनभर रुलाएगा आर्थराइटिस का दर्द
[kodex_post_like_buttons]
कोलकाता टाइम्स
जब भी लोग गर्मी में बाहर से घर आते हैं तो तुरंत फ्रिज से पानी की बोतल निकालकर पी लेते हैं। इतना ही नहीं, पूरा दिन में ऐसा अक्सर ही होता है कि हम बैठकर पानी पीएं। आमतौर पर लोग बेहद जल्दी−जल्दी में खड़े−खडे़ पानी पीते हैं। आपको भले ही इसमें कोई खराबी नजर न आए लेकिन वास्तव में अपनी इस आदत के कारण आप खुद ही अपनी सेहत के दुश्मन बन जाते हैं। जी हां, खड़े होकर पानी पीने से आपको कई तरह के नुकसान होते हैं।
आपको शायद जानकर हैरानी हो लेकिन हमेशा ही खड़े होकर पानी पीने वाले लोगों को जीवन में बाद में आर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है। दरअसल, मनुष्य के शरीर के जोड़ों में तरल पदार्थ का संचय होता है और इन्हीं तरल पदार्थ के कारण आपके ज्वाइंट्स अच्छे से काम करते हैं लेकिन जब आप खडे़ होकर पानी पीते हैं तो इससे आपके शरीर में तरल पदार्थ का संतुलन बाधित होता है। तथा जोड़ों में तरल पदार्थ की कमी के चलते आपको गठिया रोग होने की संभावना बढ़ती है।
नहीं बुझती प्यास
जब आप खड़े होकर पानी पीते हैं तो आपकी प्यास कभी नहीं बुझती। ऐसे में आपको हर थोड़ी देर में प्यास लगती है। वहीं अगर आप सच में अपनी प्यास बुझाना चाहते हैं तो आप बैठकर व छोटी सिप लेकर पानी पीएं।
किडनी हो सकती है खराब
जब आप खड़े होकर पानी पीते हैं तो इससे पानी बिना छने ही किडनी से बाहर निकल जाता है। ऐसे में आपकी किडनी खराब होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। इतना ही नहीं, खड़े होकर पानी पीते समय जल आपके पेट की दीवार से होता हुआ आपकी आंतों तक पहुंचता है। लेकिन पेट की दीवारों पर पानी का छिड़काव आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को खराब करता है। साथ ही इससे स्टमक वॉल और गैस्टोइंटेस्टाइनल टैक्ट को भी प्रभावित करता है।
अल्सर व हार्ट बर्न की समस्या
खड़े होने पानी पीने का एक सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इससे आपको अल्सर व हार्ट बर्न की समस्या का सामना करना पड़ता है। खड़े होकर पानी पीने से एसोफेगस नली के निचले हिस्से पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जिसके कारण आपके पेट और एसोफेगस के बीच संयुक्त स्फिंकर पर भी प्रभाव पड़ता है। परिणामस्वरूप, पेट में एसिड विपरीत दिशा में बहने लगता है और आपको अल्सर व हार्ट बर्न की शिकायत होती है।