बचपन से परदेसियों को समझा ‘देसी’
कोलकाता टाइम्स
भूख मिटाने के लिए चाहे कितने ही पिज्जा, पास्ता खा लिए जाए लेकिन देसी पकवानों की बराबरी कोई नहीं कर सकता। एक सच्चाई ये भी है कि इटालियन, मैक्सिकन फूड खाकर पेट भरता है, मगर देसी भोजन खाकर दिल को तसल्ली मिलती है।
कई ऐसी चीजें जिन्हें हम अपना समझकर खाते हैं, असल में उनका जन्म विदेश में हुआ था। तो चलिए आपको बताते हैं देसी समझी जाने वाली कुछ ऐसी ही विदेशी चीजों के बारे में…
मिर्च: भारतीयों को मिर्च से विशेष प्रेम है। तभी तो हमारे यहां चाइनीज और इटालियन फूड में भी मिर्च का तड़का होना मानो अनिर्वाय है। विदेशी भोजन को भी देसी टच देने वाली ये मिर्च असल में अमेरिका के पुर्तगाल से भारत आई है।
बिरयानी : बिरयानी का नाम सुनते ही कई लोगों के मुंह में पानी आने लगता है। लगभग हर पार्टी की जान बनने वाली बिरयानी भी दगा दे गई, वो भी विदेशी निकली। सबसे पहले तुर्की से पुलाव भारत आए और फिर मुगल दौर में इसी पुलाव ने बिरयानी का रूप धारण कर लिया।
चाय ; हिंदुस्तान में चाय ऑक्सीजन की तरह है यानी इसके बिना तो कई लोगों का काम ही नहीं चलता। ठंड, गर्मी, बरसात मौसम चाहे कोई भी हो चाय की चुस्की का मज़ा कम नहीं होता।आप मानो य न मानो, मगर भारतीयों के रग-रग में बहने वाली चाय भी ब्रिटेन से भारत आई है।