अमेरिका का ड्रैगन की कमर पर वॉर: चाइनीज मोबाइल की एंट्री बैन
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कोलकाता टाइम्स
चीन पर अमेरिका का नया वार। चीन की कमर ोरने के लिए अब चाइनीज मोबाइल को अमेरिका की धरती पर प्रवेश पर बैन करने की कवायद शुरू कर दी है। दुनिया की दो प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं अमरीका और चीन के बीच ट्रेड वार चरम पर पहुंच गया है। अमरीकी वाणिज्य विभाग का हिस्सा व राष्ट्रीय दूरसंचार एवं सूचना प्रशासन ने सरकारी स्वामित्व वाले दुनिया के सबसे बड़े सेल फोन कैरियर, चाइना मोबाइल को अमरीका में कारोबार का लाइसेंस न देने की सिफारिश की है। समाचार एजेंसी के मुताबिक राष्ट्रीय दूरसंचार एवं सूचना प्रशासन ने सोमवार को संघीय संचार आयोग (एफसीसी) को भेजे एक बयान में अपनी सिफारिशों के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिमों का हवाला देकर चाइनीज मोबाइल की एंट्री बैन करने को कहा है।
संचार आयोग एक स्वंतत्र एजेंसी है, जो इस पर अंतिम फैसला लेगी। अमरीकी वाणिज्य विभाग में सहायक संपर्क एवं सूचना मंत्री, डेविड रेडल ने एक बयान में कहा, “चाइना मोबाइल के साथ काफी आदान-प्रदान के बाद अमरीकी कानून प्रवर्तन और राष्ट्रीय सुरक्षा हितों के लिए बढ़े जोखिमों से संबंधित चिंताओं को दूर नहीं किया जा सका है। ” चाइना मोबाइल ने लाइसेंस के लिए 2011 में एफसीसी के समक्ष आवेदन दाखिल किया था और इसके लगभग 90 करोड़ ग्राहक हैं।
एनटीआईए का यह फैसला वाशिंगटन और बीजिंग के बीच बढ़े तनाव के बीच आया है। चीन ने ‘जैसे-को-तैसा’ की तर्ज पर 50 अरब डॉलर के अमरीकी उत्पादों पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की 16 जून को घोषणा की। अमरीका ने शुक्रवार को 50 अरब डॉलर के चीनी उत्पादों पर 25 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने की घोषणा की थी।
संचार आयोग एक स्वंतत्र एजेंसी है, जो इस पर अंतिम फैसला लेगी। अमरीकी वाणिज्य विभाग में सहायक संपर्क एवं सूचना मंत्री, डेविड रेडल ने एक बयान में कहा, “चाइना मोबाइल के साथ काफी आदान-प्रदान के बाद अमरीकी कानून प्रवर्तन और राष्ट्रीय सुरक्षा हितों के लिए बढ़े जोखिमों से संबंधित चिंताओं को दूर नहीं किया जा सका है। ” चाइना मोबाइल ने लाइसेंस के लिए 2011 में एफसीसी के समक्ष आवेदन दाखिल किया था और इसके लगभग 90 करोड़ ग्राहक हैं।
एनटीआईए का यह फैसला वाशिंगटन और बीजिंग के बीच बढ़े तनाव के बीच आया है। चीन ने ‘जैसे-को-तैसा’ की तर्ज पर 50 अरब डॉलर के अमरीकी उत्पादों पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की 16 जून को घोषणा की। अमरीका ने शुक्रवार को 50 अरब डॉलर के चीनी उत्पादों पर 25 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने की घोषणा की थी।