रिवाज या टॉर्चर : शादी के बाद पहले 3 दिन नहीं जाने देते है टॉयलेट?
कोलकाता टाइम्स
दुनिया भर में हर जगह शादी को लेकर अलग अलग रीति-रिवाज है लेकिन कई जगह शादियों में अजीब तरह की रीति रिवाज देखने को मिलती है। आपको इंडोनेशिया के एक ऐसे ही रिवाज के बारे में बता रहे हैं, जिसे जानने के बाद आप निश्चित ही परेशान हो जाएंगे कि यह कोई रिवाज है या फिर टॉर्चर।
इंडोनेशिया में एक अजीब से परंपरा है जिसके तहत नवविवाहित जोड़े को 3 दिनों तक वॉशरूम का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं रहती है, और सबसे विचित्र बात यह है कि जोड़े पर सख्त निगरानी रखी जाती है, ताकि वो नियम को तोड़ने की कोशिश ना करें। हैरानी की बात है कि इस तरह की परंपरा अब भी अस्तित्व में है। 3 दिनों तक वाशरूम नहीं जाने की इस अजीब रिवाज के बारे में अधिक जानने के लिये आगे पढ़ें। यह एक सख्त परंपरा है: इंडोनेशिया के टिडोंग समुदाय में सदियों से यह अजीब या यूं कहें कि सबसे अलग तरह की परंपरा को फॉलो किया जा रहा है। इस समुदाय के लोग इस रिवाज को बहुत गंभीरता से लेते हैं। हालांकि यह परंपरा टिडोंग जनजाति के लोगों के लिए बहुत स्वस्थ और प्राकृतिक प्रतीत होती है, इसके बाद उचित नियम के तहत फॉलो की जाती है। ऐसा लगता है कि जोड़े को दंडित किया गया है! इस अजीब तरह की परंपरा को देखे तो ऐसा लगता है कि नव विवाहित जोड़े किसी बात के लिये सजा दी जा रही है। कल्पना कीजिए कि कैसे कोई व्यक्ति तीन दिनों तक बिना वॉशरूम जाए रह सकता है। परंपरा को कोई जोड़ा ना तोड़े इसके लिये परिवार के बुजुर्ग जोड़े पर नजर बनाये रखते हैं। इस परंपरा की क्या मान्यताएं है! ऐसा माना जाता है कि इस विचित्र परंपरा के तहत जोड़े को शौचालय का उपयोग तीन दिन और तीन रात तक करने की इजाजत नहीं दी जाती है, मान्यता है कि ऐसा करना जोड़े के लिये भाग्यशाली साबित होता है। यह भी माना जाता है कि यह जोड़ा विवाह के टूटने पर, पार्टनर के बेवफा होने पर या कम उम्र में ही बच्चे के गुजर जाने पर भी आसानी से जीवित रह सकते हैं।
एक बार अनुष्ठान पूरा होने पर क्या होता है! इस अनुष्ठान के दौरान जोड़े को बहुत कम खाना खिलाया जाता है। एक बार शौचालय का उपयोग तीन दिनों और रात के लिए नहीं करने की परंपरा खत्म हो जाने के बाद, जोड़े को स्नान करने और वाशरूम का उपयोग करने की अनुमति दी जाती है। इसके बाद, उन्हें सामान्य जीवन जीने की अनुमति है। दूसरे रिवाज जो वो पालन करते हैं: इस जनजाति के सबसे प्यारे रीति-रिवाजों में से एक यह है कि दूल्हे को दुल्हन के चेहरे को देखने की इजाजत नहीं है जब तक कि वो कई रोमांटिक गाना ना सुना दे। जो पर्दे जोड़े को अलग करता है वह तब उठाया जाता है जब दुल्हन, दुल्हे के गाने से प्रसन्न हो जाए। फिर, वे एक दूसरे को मंच पर देख सकते हैं। अन्य रीति-रिवाज! अगर दूल्हे शादी के लिए देर से आता है, तो उसे जुर्माना अदा करना पड़ता है, और यह आमतौर पर आभूषण के रूप में होता है!