59 मासूमों की जान जाता देख भी नहीं पसीजा शिक्षकों का दिल, मांगते रहे पैसा
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कोलकाता टाइम्स
स्कूल की इस ओछी कारनामे से इस वक़्त बच्चों के लिए यह स्कूल काम जेल ज्यादा नज़र आ रहा है। हौजकाजी इलाके में स्कूल की फीस जमा न कराने पर स्कूल में 59 मासूम बच्चियों को उमस भरी गर्मी के बीच एक कमरे में बंद कर दिया गया। दोपहर के समय अभिभावक जब बच्चियों को लेने स्कूल पहुंचे तो इसका पता चला। बच्चियों का गर्मियों में भूख-प्यास से बुरा हाल था। अपने बच्चों की हालत देखकर परिजन बिफर गए। स्कूल के बाहर जमकर हंगामा किया गया।
मामले की सूचना मिलते ही जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने मासूमों को जबरन बंधक बनाने और जेजे एक्ट की धारा 75 के तहत मुकद्दमा दर्ज कर लिया।
बल्लीमारान स्थित गली कासिम जान में राबिया गर्ल्स पब्लिक स्कूल है। यहां नर्सरी से 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है। आरोप है कि सोमवार सुबह जब स्कूल खुला तो सुबह 6:45 बजे नर्सरी और केजी कक्षा की छात्राओं के पेरेंट्स अपने-अपने बच्चों को यहां छोड़ गए। दोपहर करीब 12:30 बजे वह अपने-अपने बच्चों को लेने पहुंचे तो पता चला कि 59 बच्चियां अपनी क्लास में नहीं थीं। कर्मचारियों से पूछा गया तो पता चला कि फीस न चुकाने पर स्कूल की एचएम (हेड मास्टर) फरह दीबा खान के कहने पर इन बच्चियों को स्कूल के बेसमेंट में रखा गया है। परिजन वहां पहुंचे तो देखा कि बच्चियों को एक तहखाने नुमा कमरे में जमीन पर बिठाया हुआ था। परिजनों का आरोप था कि वहां पंखा भी नहीं थे। साथ ही चार और पांच साल की सभी बच्चियों की भूख व प्यास से बुरी हालत थी। अपने परिजनों को देखकर बच्चियों ने रोना शुरू कर दिया। गुस्साए परिजनों ने जब एचएम से बातचीत करने का प्रयास किया तो उन्होंने बदतमीजी दिखाते हुए परिजनों को बाहर फिकवाने की बात की।