13 को ही पाया, खोया: भारत के सर्वश्रेष्ठ फील्डरों में शामिल इस खिलाडी ने लिया अचानक सन्यास
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कोलकाता टाइम्स
भारतीय क्रिकेट टीम के सर्वश्रेष्ठ फील्डरों में शुमार रहे निचले क्रम के उम्दा बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने भारत के लिये आखिरी मैच खेलने के करीब 12 साल बाद आज सभी तरह के प्रतिस्पर्धी क्रिकेट को अलविदा कह दिया । सैतीस बरस के कैफ ने 13 टेस्ट, 125 वनडे खेले थे और उन्हें लाडर्स पर 2002 में नेटवेस्ट ट्राॅफी फाइनल में 87 रन की मैच जिताने वाली पारी के लिये जाना जाता है।
कैफ ने बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सी के खन्ना और कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी को ईमेल भेजकर लिखा ,‘‘ मैं आज सभी तरह के प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं ।’’ इसके अलावा कैफ ने अपने ट्विटर पेज पर जज्बाती संदेश लिखकर यह ऐलान किया । उन्होंने लिखा ,‘‘ 13 जुलाई को यह घोषणा करने का कारण है। हम सभी के पेशेवर जीवन में ऐसा पल आता है जो हमारी पहचान बन जाता है ।सोलह बरस पहले 13 जुलाई 2002 को लाडर्स पर हमने वह पल जिया । इसी दिन खेल को अलविदा कहना सही लगा ।’’ उन्होंने लिखा ,‘‘ 13 जुलाई 2002 सबसे अलग था । वीरू, सचिन पाजी, दादा और राहुल पवेलियन लौट चुके थे और 326 रन असंभव लग रहे थे ।’’ कैफ ने आगे लिखा ,‘‘ मेरे अपने परिवार ने मैच छोड़कर मूवी लगा दी और बाकी का मैच देखा ही नहीं ।
कैफ ने 13 टेस्ट में 32 की औसत से 2753 रन बनाये । वहीं 125 वनडे में उनका औसत 32 रहा । कैफ हिन्दी क्रिकेट कमेंटेटर के रूप में कैरियर की दूसरी पारी शुरू कर चुके हैं ।