युधिष्ठिर का शाप है महिलाओं की यह आदत !
कोलकाता टाइम्स
आपने अक्सर लोगों को ये कहते हुए सुना होगा कि ‘महिलाओं के पेट में कोई बात नहीं पचती’। वैसे तो महिलाओं के पेट में बात न पचने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन सबसे बड़ी वजह उनका स्वभाव होता है। लेकिन कुछ मान्यताएं भी हैं जो इस स्वभाव के पीछे कुछ और ही राज खोलता है। आज हम आपको इसी के बारे में बताएंगे कि आखिर महिलाओं के पेट में कोई बात क्योें नहीं पच पाती।
युधिष्ठिर का शाप है औरतों की यह आदत : महाभारत में इस बात को वर्णन किया गया हैं कि जब कुंती ने यह बात छुपाई थी कि कर्ण उसका पुत्र है तो उनके बड़े पुत्र ने यह शाप दिया था कि आज के बाद दुनिया की कोई भी स्त्री अपने पेट में बात पचाकर नहीं रख पाएगी।
सेंसिटिव स्वभाव : कुछ महिलाएं स्वभाव से इतनी सेंसिटिव होती हैं कि वह भावनाओं में बहकर सबकुछ बोल देती हैं। इमोशनल होने पर वह हर बात साफ-साफ बता देती हैं फिर चाहें सामने कोई भी हो।
अपनी तरफ ध्यान खींचना : दूसरों का ध्यान अपनी तरफ खींचने के लिए भी महिलाएं अक्सर ऐसी बातों की फिराक में रहती हैं, जिससे कुछ सस्पेंस क्रिएट हो जाए।
बिना सोच समझे बोलना: बिना सोचे समझने बोलना भी कुछ महिलाओं का स्वभाव होता है। ऐसे में वह किसी के भी सामने बिना सोचे समझे बहुत कुछ बोल देती हैं और बाद में सोचती हैं।
स्मार्टनेस के चक्कर में : महिलाएं बहुत सारी बातें इसलिए भी करती हैं क्योंकि वे दूसरों को यह दिखाना चाहती हैं कि वे कितनी स्मार्ट और टैलेंटेड हैं।
बात छुपाना है बोझ : एक शोध के अनुसार, कोई भी बात छुपाना महिलाओं के लिए बोझ की तरह होता है। इस बोझ को कम करने के लिए वह किसी न किसी से बात शेयर कर ही देती हैं।