1000 से ज्यादा जान लेने वाले बरमूडा ट्राइएंगल से उठा रहस्य से पर्दा
नासा के सैटेलाइट ने धरती की कुछ ऐसी तस्वीरें खींची हैं जो बरमूडा ट्राइएंगल के रहस्य से पर्दा हटा सकती हैं। इनमें अटलांटिक महासागर में स्थित बरमूडा ट्राइएंगल के ऊपर मंडराते बादलों की भी तस्वीर है। एक अनुमान के मुताबिक पिछले 70 साल तक कोई वैज्ञानिक वहां जाकर इस रहस्य से पर्दा उठाने की हिम्मत नहीं दिखा पाया, क्योंकि वहां से गुजरने वाले समुद्री विमान और प्लेन विशेष भौगोलिक कारणों की वजह से अचानक समुद्री गर्त में घुसकर गायब हो जाते थे। इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक ने बताया था कि बरमूडा ट्राइएंगल का रहस्य वहां की भौगोलिक स्थिति और खराब मौसम में छिपा है। इसकी वजह से अटलांटिक महासागर के उस क्षेत्र में समुद्री विमान और प्लेन गायब हो जाते हैं। उस क्षेत्र पर चुंबकीय घनत्व के प्रभाव की बात भी स्वीकार की गई है।
बरमूडा ट्राइएंगल का यह क्षेत्र फ्लोरिडा, बरमूडा और प्यूर्टो-रिका के बीच 700,000 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यह क्षेत्र भूमध्य रेखा के नजदीक है, और अमरीका के पास है। यह क्षेत्र उत्तर पश्चिम अटलांटिक महासागर का एक भाग है जिसमें कई प्लेन और समुद्री विमान गायब हुए हैं। इसे ‘डेविल्स ट्राइएंगल’ के नाम से भी जाना जाता है। अंतिम सौ सालों के दौरान यहां 1000 से अधिक लोगों की जान चली गई है।