कोलकाता टाइम्स
मौत दुनिया के सबसे बड़े रहस्यों में से एक है। एक सच्चाई भी। अधिकांश लोग इसके बारे में जानने को हर पल उत्सुक रहते हैं। कई लोग सोचते होंगे अगर उन्हें अपनी मृत्यु के बारे में पहले से पता चल जाए तो बेहतर हो। आपकी यह इच्छा पूरी हो सकती है। जानते हैं कैसे ? शिवपुराण में ऐसे कई संकेत बताए गए हैं, जो मृत्यु की ओर इशारा करते हैं। खास बात ये है कि तमाम संकेत स्वयं महादेव ने बताए हैं।
– सूर्य और चंद्रमा दिखाई देने पर भी जिसे दिशाएं समझ न आए, ऐसे इंसान की मृत्यु 6 महीने में हो सकती है। इसके अलावा जिसे चंद्रमा और सूर्य के आस-पास काले या लाल रंग का घेरा दिखाई दे उसकी मृत्यु 15 दिनों के अंदर-अंदर हो सकती है।
– जिसे आकाश में सप्तर्षि के दर्शन न हो, उसकी जिंदगी में मात्र 6 महीने ही बाकि होने की संभावनाएं होती हैं। चंद्रमा और तारे ठीक से न दिखने पर आने वाले एक महीने में मौत हो सकती है। वहीं ध्रुव तारा न दिखना 6 महीने के अंदर-अंदर मौत का संकेत हो सकता है।
– देखते ही देखते अचानक से चंद्रमा या सूर्य काले रंग के नज़र आने लगे और सभी दिशाएं घुमती हुई प्रतीत हो तो ये 6 महीने के अंदर-अंदर जीवन खत्म होने की संभावनाएं दर्शाता है।
– यदि अचानक किसी का शरीर सफेद या पीला पड़ जाए, साथ ही शरीर पर लाल निशान दिखाई देने लगे तो ऐसे इंसान की मृत्यु 6 महीने के अंदर हो सकती है। इसके अलावा जिस मनुष्य का मुंह, कान, आंख या जीभ ठीक से काम न करे, वो भी आने वाले महीनों में मृत्यु का शिकार बन सकता है।
– यदि किसी व्यक्ति का मुंह और गला बार-बार सूखने लगे, पानी पीने पर भी तृप्ती महसूस न हो तो उसकी मृत्यु 6 महीने के अंदर हो सकती है। इसके अलावा किसी के पूरे शरीर में अंगड़ाई आने लगे या बायां हाथ लगातार एक सप्ताह तक फड़कता रहे तो ऐसे मनुष्य की मृत्यु एक महीने के अंदर हो सकती है।
– जिस इंसान को अचानक नीली मक्खियां घेर लें या सिर पर गिद्ध, कौआ, कबूतर आकर बैठ जाए तो ऐसे मनुष्य की जिंदगी एक महीने के अंदर-अंदर खत्म होने की संभावनाएं हो सकती हैं।
– पानी, तेल, घी या कांच में अपनी परछाई न दिखने पर या बिना सिर के परछाई नज़र आने पर मात्र 6 महीने की जिंदगी बाकी हो सकती है।
– अगर किसी व्यक्ति को उजाले में भी चारों ओर अंधेरा नज़र आए या आग की रोशनी ठीक से दिखाई न दे तो उसकी मृत्यु 6 महीने के अंदर हो सकती है।