November 24, 2024     Select Language
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कैसे पहचाने दोस्ती और दिखावे का सच

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कोलकाता टाइम्स 

दोस्ती का रिश्ता ऐसा रिश्ता होता है, जिसका महत्व हर किसी के जीवन में जीवन में होता है। हर किसी के लिए दोस्ती के अलग-अलग मायने होते हैं और लोग अलग-अलग तरीके से दोस्ती निभाते हैं। दोस्ती का रिश्ता ऐसा रिश्ता है, जिसे शायद ही अपनी लाइफ में कोई न निभाया हो। पूरी लाइफ में कुछ अच्छे और सच्चे दोस्त होते हैं तो वहीं कुछ दिखावे के फ्रेंड्स भी होते हैं जो अपने मतलब के लिए किसी से दोस्ती करते हैं।

ऐसे फेक फ्रेंड्स मतलब पूरा हो जाने के बाद दोस्ती तोड़कर आगे बढ़ जाते हैं। वहीं सच्चे दोस्त किसी भी स्थिति में पूरी जिंदगी दोस्ती का रिश्ता निभाते हैं। ऐसे में बहुत जरूरी है कि ये जाना जा सके कि कौन आपका सच्चा दोस्त और कौन मतलब का दोस्त है। आज आपको कुछ ऐसी बातें बताते हैं जिसपर थोड़ा सा ध्यान देने से ही आपको असली-नकली में फर्क पता चल जायेगा।

– किसी भी तरह की कोई शुरुआत करने की बात करने पर सच्चा दोस्त आपके साथ रहेगा और मदद करेगा वहीं मतलबी दोस्त आपकी मदद करने की बजाए तरह-तरह की बातें बनाएंगे।

– अच्छा दोस्त को कोई बात बुरी लगने पर वह आपसे सीधे बात करेगा और चीजों को सॉल्व करेगा। जबकि  मतलबी दोस्त छोटी-छोटी बात का बुरा मानकर बहस और बुराई करने लगते हैं।

 जो सच्चे दोस्त रहते हैं वह साथ या पास न रहते हुए भी बात करने और मिलने का वक्त किसी न किसी तरह निकाल लेते हैं, जबकि फेक फ्रेंड्स के साथ ऐसा नहीं होता है।

– अच्छा दोस्त अपने दोस्त के बारे में सब कुछ जानता है इसलिए सोच-समझकर बोलता है लेकिन फेक फ्रेंड्स कभी भी कोई भी बात बोल देते हैं।

–  रियल फ्रेंड्स को सभी सीक्रेट मालूम होते हैं लेकिन वह उसे कभी किसी से शेयर नहीं करते। वहीं फेक फ्रेंड्स आपकी बुराइयों को तुरंत शेयर कर देंगे।

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