कोलकाता टाइम्स
भारत और चीन दोनों प्रतिद्वंदी हैं। हर वक़्त एक दूसरे को पछाड़ने की कोशिश में लगे रहते हैं।इसी क्रम में 2050 तक भारत के लिए एक बड़ा म्पूका हाथ लगेगा। 2050 तक एक क्षेत्र में भारत, चीन को पीछे छोड़ देगा। लेकिन यह तरक्की भारत के लिए काफी महंगा साबित होने वाला है। क्यूंकि यह तरक्की बाकी क्षेत्रों में भारत को बहुत पीछे धकेल सकता है।
अमेरिका के वॉशिंगटन स्थित एनजीओ पॉपुलेशन रिफ्रेंस ब्यूरो (पीआरबी) की ओर से जो आंकड़ें जारी किए गए हैं उसके मुताबिक भारत की जनसंख्या साल 2050 तक चीन की जनसंख्या की तुलना में 25 प्रतिशत ज्यादा होगी। सिर्फ इतना ही नहीं साल 2030 के मध्य तक भारत की आबादी चीन की आबादी से आठ प्रतिशत ज्यादा होगी।
पीआरबी ने साल 2018 के लिए जनसंख्या से जुड़े जो आंकड़ें जारी किए हैं, उसके मुताबिक भारत और चीन की जनसंख्या वर्तमान समय में क्रमश: 1.37 और 1.39 बिलियन है। साल 2030 के मध्य तक भारत की जनसंख्या के 1.53 बिलियन तक पहुंचने की संभावना है जबकि साल 2050 तक जनसंख्या 1.68 बिलियन पहुंच जाएगी।
अगर चीन की बात करें तो साल 2030 के मध्य तक यहां की आबादी 1.42 बिलियन होगी तो साल 2050 तक आबादी 1.34 बिलियन होगी। यानी चीन की जनसंख्या में 20 साल में कमी आ जाएगी।