3 महीने में ही बदला फैसला, प्रधानमंत्री के दौड़ से हटे राहुल गाँधी, कहा ‘चुनाव के बाद लूंगा फैसला’
दिल्ली की राजनीती का समीकरण बदलता दिख रहा है। राहुल गाँधी को देश के अगले प्रधानमंत्री के रूप में देखने का जो सपना कांग्रेस समर्थक देख रहे थे फ़िलहाल के लिए वह टूट गया है। 3 महीने में ही अपना फैसला बदलते हुए राहुल गाँधी ने खुदको प्रधानमंत्री के दौड़ से हटाने की बात कह दी। लंदन में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह कहकर भारतीयों का अपमान करते हैं कि पिछले 70 वर्ष में कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि भारत विश्व को भविष्य दिखाता है. भारत के लोगों ने इसे मुमकिन किया और इसमें कांग्रेस ने मदद की है. कार्यक्रम उपरांत कांग्रेस अध्यक्ष ने लंदन में भारतीय पत्रकारों से बातचीत में खुद को भारत के अगले प्रधानमंत्री के तौर पर देखने के सवाल पर जवाब दिया, ‘राहुल गांधी इस तरह का प्रधानमंत्री बनने के सपने नहीं देखता। मैं खुद को एक वैचारिक लड़ाई लड़ने वाले के तौर पर देखता हूं और यह बदलाव मेरे अंदर 2014 के बाद आया। मुझे महसूस हुआ कि जिस तरह की घटनाएं देश में हो रही हैं, उससे भारत और भारतीयता को खतरा है।
बता दें कि इसी साल मई में राहुल से जब पूछा गया कि यदि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़े दल के तौर पर उभरती है, तो क्या वह प्रधानमंत्री बनेंगे, तब उन्होंने जवाब दिया ‘हां, क्यों नहीं’।