कश्मीर में आतंकी बनाने के कारीगर भारत के जेलर
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कोलकाता टाइम्स
देश में अगर ऐसे रक्षक रहेंगे तो फिर दुश्मनों की क्या जरुरत। देश के एक जेलर ने जो किया है उससे देश की सुरक्षा व्यबस्था पर निशान खड़े हो गए हैं। बुधवार को नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी यानी एनआईए ने कश्मीरी युवकों को आतंकी बनाने के आरोप में जम्मू-कश्मीर जेल विभाग के डिप्टी जेलर को गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि वह स्थानीय युवकों को आतंकी संगठनों में शामिल करके उन्हें पाकिस्तान में स्थित आतंकी कैंपों में ट्रेनिंग के लिए भेजता था। मामले में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के भी एक आतंकी को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपी डिप्टी जेलर फिरोज अहमद लोन पिछले 5 महीने से जम्मू की अम्बफला जेल में तैनात है। इससे पहले वह श्रीनगर सेंट्रल जेल में तैनात था। पकड़ा गया कुख्यात आतंकी इसहाक पाला बीते कुछ साल से श्रीनगर जेल में बंद है। दोनों पर आरोप है कि वे जेल में बंद आतंकी कमांडरों के गठजोड़ से स्थानीय युवकों को आतंकी बनने के लिए उकसाते थे। NIA की विशेष अदालत ने डिप्टी जेलर को 10 दिन और आतंकी को 6 दिन की रिमांड पर NIA की बिशेष जांच टीम के हवाले कर दिया है।
सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नक्सल समर्थित समूहों के 15 सदस्यों ने इस साल मई में कश्मीर के कई इलाकों का दौरा किया है। इनमें अनंतनाग, बरामूला, बडगाम, कुपवाड़ा और शोपियां जैसे संवेदनशील इलाके शामिल हैं।