18 साल दिया इस काम को अंजाम, छूटा परिवार, मिली सिर्फ जोखिम
इन्हे आतंकियों का यमदूत कहा जाता है। अबतक 100 से ज्यादा आतंकी सिर्फ अपने दम पर जिन्दा पकड़वा चुके हैं। जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के ससालकोट इलाके मे रहने वाले फंगा राम 58 वर्ष की आयु में भी हाथों में बंदूक लेकर दिन-रात गांव की रखवाली कर रहे हैं।
गांव ससालकोट मे 1989-90 में आतंकियो का बोलबाला था। इस इलाके से घुसपैंठ होती थी और तब फंगा राम गांव के चौकीदार हुआ करते थे। वह सेना वा पुलिस को हर जानकारी दिया करते थे। उन्होंने उस समय अपने परिवार और अपनी जान की परवाह किए बिना देशसेवा में अपना योगदान दिया। फंगा राम सौ से ज्यादा आतंकियो को जिंदा पकड़वाने और कई आतंकियों को सेना व पुलिस की मुठभेड़ में मरवाने का श्रेय रखते हैं। सेना और पुलिस की तरफ से उन्हें बहादुरी बहादुरी पत्र भी दिये गए।