यूजीसी का खुलासा : देशभर में प्रॉक्सी दे रहे 80 हजार शिक्षक, सबके खिलाफ कड़ी कार्रवाही के आदेश
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कोलकाता टाइम्स
यूजीसी ने एक देशभर के विश्वविद्यालयों के बारे में एक चौकाने वाला खुलासा किया है। देश के उच्च शिक्षण संस्थानों के मानक तय करने वाली सर्वोच्च संस्था विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने पाया है कि राज्य स्तरीय और निजी विश्वविद्यालयों में 80 हजार शिक्षक सिर्फ कागजों पर काम कर रहे हैं। यह सच्चाई सामने आते ही यूजीसी ने इनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही निर्देश दिए हैं।
न्यूज़ एजेंसी भाषा के मुताबिक साल 2016-17 के सर्वे से सामने आए आंकड़ों के आधार पर राज्य और निजी विश्वविद्यालयों के उच्च शिक्षण संस्थानों में जगह पाए इन प्रतिनिधि शिक्षकों को निकाल बाहर करने के लिए राज्यों को स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं।
यह जानकारी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के चेयरमैन प्रो. धीरेंद्र पाल सिंह ने यहां दी। उन्होंने बताया, अखिल भारतीय उच्चतर शिक्षा सर्वेक्षण 2016-17 में 80 हजार से अधिक प्रॉक्सी टीचर्स की जानकारी सामने आई है। इनसे मुक्ति के लिए राज्यों को एक विशेष निर्देश जारी कर उनके आधार कार्ड आदि ठोस पहचान पत्रों के आधार पर उनकी पहचान कर सिस्टम से निकाल बाहर करने को कहा गया है।