इतना ज्यादा कीटनाशक का प्रयोग, विदेशों ने लौटाया भारत की बासमती
Use of so much pesticide, foreign countries returned Basmati of India
कोलकाता टाइम्स
बासमती में कीटनाशक का प्रवोग दुनिया में देश का नाम कितना ख़राब कर रही है यह इस बात से पता लगाया जा सकता है की विदेशों में भेजीं गयी चावल को बेरंग लौटा दिया गया है। भारतीय बासमती की विदेशों में मांग हमेशा ही ऊंची रही है। लेकिन यूरोपियन यूनियन में बासमती गुणवत्ता नियम सख्त होने पर अमेरिका के बाद अन्य देश की ओर से भारत की ओर से भेजी बासमती काफी मात्रा में वापस आने से जहां निर्यातक चिंता में हैं वहां पंजाब में किसानों को भी झटका लगा सकता है। इसकी वजह है किसानों की ओर से कीटनाशक का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करना।
चावल लौटाये जाने के बाद पंजाब कृषि एवं किसान भलाई विभाग ने बासमती काश्तकार किसानों को जागरूक करने के लिए सचिव खेतीबाड़ी काहन सिंह पन्नू ने विभाग के क्षेत्रीय आधिकारियों को सितंबर माह से मुहिम शुरु करने के लिए हिदायतें जारी की हैं। जिले के मुख्य कृषि अफसर डॉ. परमजीत सिंह बराड़ ने कि बासमती चावलों में ऐसीफेट, कार्बेन्डाजिम, थायोमिथाकसम, ट्राईजोफास और ट्राईसायक्लाजोल दवाओं के अंश निर्धारित मात्रा से अधिक पाए जाने कारण बासमती चावलों को विदेशों में भेजने में समस्या पेश आर ही है। उन्होंने ‘मिशन तंदरुस्त पंजाब’ के तहत किसानों को बासमती फसल पर उक्त दवाओं का प्रयोग बिल्कुल न करने की सलाह देते कहा कि जरूरत पडऩे पर बीमारी की रोकथाम के लिए कृषि माहिरों की सलाह से वैकल्पिक दवाएं इस्तेमाल में की जाएं जो बासमती चावलों की गुणवता अंतरराष्ट्रीय स्तर की बनी रह सके।