खजाना भरने के लिए इमरान सरकार को अब भैसों पर उम्मीद, कारों की कीमत ने उम्मीद पर फेरा पानी
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कोलकाता टाइम्स
आर्थिक मंदी से बेहाल पाकिस्तान सरकार की फंड जुटाने पहली तरकीब पर ही पानी फिरता दिख रहा है। प्रधानमंत्री आवास की लग्ज़री कारें और हेलिकॉप्टर्स बेचे जा रहे हैं। इसके लिए प्रधानमंत्री आवास के लॉन में लग्जरी कारों की बोली लगाई गई। कई खरीददार बुलेट प्रूफ जीप और बड़ी लग्जरी कारों की तरफ आकर्षित हुए, लेकिन सुन उलटे पॉ लौट गए। जिसके बाद इमरान खान की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आया।
नीलामीकर्ताओं ने बताया कि सरकार को इस नीलामी से एक करोड़ 60 लाख डॉलर आने की उम्मीद की थी, लेकिन सिर्फ 60 हजार डॉलर ही आ पाए। इसलिए अब कर्ज़ के संकट से निकलने के लिए सरकार आगे और भी कई चीज़ों की नीलामियां करेगी। इसके तहत मंत्रिमंडल के इस्तेमाल के लिए रखे गए चार हेलिकॉप्टर और प्रधानमंत्री आवास की आठ भैंसों पर भी बोली लग सकती है। इस महीने की शुरुआत में प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के सहयोगी नइमुल हक़ ने भैंसों की नीलामी को लेकर एक ट्वीट करके सबको चौंका दिया था। उन्होंने लिखा था कि कारों की नीलामी के बाद 8 भैंसों की नीलामी भी की जाएगी, जो प्रधानमंत्री आवास पर पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ की जरूरतों के लिए रखी गई थीं।
आर्थिक मंदी से बेहाल पाकिस्तान सरकार की फंड जुटाने पहली तरकीब पर ही पानी फिरता दिख रहा है। प्रधानमंत्री आवास की लग्ज़री कारें और हेलिकॉप्टर्स बेचे जा रहे हैं। इसके लिए प्रधानमंत्री आवास के लॉन में लग्जरी कारों की बोली लगाई गई। कई खरीददार बुलेट प्रूफ जीप और बड़ी लग्जरी कारों की तरफ आकर्षित हुए, लेकिन सुन उलटे पॉ लौट गए। जिसके बाद इमरान खान की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आया।
नीलामीकर्ताओं ने बताया कि सरकार को इस नीलामी से एक करोड़ 60 लाख डॉलर आने की उम्मीद की थी, लेकिन सिर्फ 60 हजार डॉलर ही आ पाए। इसलिए अब कर्ज़ के संकट से निकलने के लिए सरकार आगे और भी कई चीज़ों की नीलामियां करेगी। इसके तहत मंत्रिमंडल के इस्तेमाल के लिए रखे गए चार हेलिकॉप्टर और प्रधानमंत्री आवास की आठ भैंसों पर भी बोली लग सकती है। इस महीने की शुरुआत में प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के सहयोगी नइमुल हक़ ने भैंसों की नीलामी को लेकर एक ट्वीट करके सबको चौंका दिया था। उन्होंने लिखा था कि कारों की नीलामी के बाद 8 भैंसों की नीलामी भी की जाएगी, जो प्रधानमंत्री आवास पर पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ की जरूरतों के लिए रखी गई थीं।
मालूम हो कि, 100 से ज़्यादा कारों की नीलामी के लिए रखा गया, जिनमें से आधी लग्जरी कारें थीं। हालांकि, इनमें सिर्फ 62 कारें ही बिक पाई थीं। जब इन कारों के लिए 13 लाख डॉलर (प्रत्येक) की शुरुआती बोली रखी गई तो वहां बोली लगाने के लिए पहुंचे क़रीब 500 लोग हंसने लगे।
इन दोनों कारों के लिए किसी ने बोली नहीं लगाई। इसके अलावा सात बीएमडब्ल्यू और 1993 की 14 मर्सडीज बेंज़ एस-300 भी नहीं बिकीं। नीलामी के लिए आई एक और महंगी कार थी टोयोटा 2015 बुलेट प्रूफ लैंड क्रूज़र जिसकी क़ीमत क़रीब 2.6 करोड़ पाकिस्तानी रुपए थी। कुछ कारें लग्ज़री कार नहीं, बल्कि सामान्य कारें थीं और 80 के दशक में ली गई थीं। रावलपिंडी के अफ़जल ने 2 कारें खरीदी, जिनमें में से एक सबसे कम दाम में ख़रीदी गई। इनमें से एक सुज़ुकी मेहरान कहलानी वाली 2005 की एक हैचबैक मॉडल है जिसे उन्होंने 2.95 लाख रुपए में खरीदा।
इन दोनों कारों के लिए किसी ने बोली नहीं लगाई। इसके अलावा सात बीएमडब्ल्यू और 1993 की 14 मर्सडीज बेंज़ एस-300 भी नहीं बिकीं। नीलामी के लिए आई एक और महंगी कार थी टोयोटा 2015 बुलेट प्रूफ लैंड क्रूज़र जिसकी क़ीमत क़रीब 2.6 करोड़ पाकिस्तानी रुपए थी। कुछ कारें लग्ज़री कार नहीं, बल्कि सामान्य कारें थीं और 80 के दशक में ली गई थीं। रावलपिंडी के अफ़जल ने 2 कारें खरीदी, जिनमें में से एक सबसे कम दाम में ख़रीदी गई। इनमें से एक सुज़ुकी मेहरान कहलानी वाली 2005 की एक हैचबैक मॉडल है जिसे उन्होंने 2.95 लाख रुपए में खरीदा।