मुश्किल अंगों में भी आसानी से दवा पहुंचाएगी वैज्ञानिकों का केटरपिलर
कोलकाता टाइम्स
चिकित्सा क्षेत्र में समस्याओं को हल करने के लिए वैज्ञानिकों ने ऐसी एक खास रोबोट विकसित किया जो मरीजों के शरीर के उन अंगों तक दवा पहुंचाई जा सकेगी, जहां अभी पहुंचना मुश्किल है। इसकी वजह से दवा सीधा वहां पहुंच सकेगी जहां उसकी जरूरत है। वैज्ञानिकों ने एक नन्हा और सॉफ्ट रोबोट विकसित किया है, जो मरीज के शरीर में दवा पहुंचाने का काम करेगा। इसकी सबसे अनूठी बात यह है कि इसे कैटर्पिलर यानी इल्ली से प्रेरित होकर विकसित किया गया है। इसमें इल्ली की तरह पैर लगाए गए हैं, जो भारी वजन उठाने में सक्षम हैं।
सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ हांगकांग (सिटीयू) के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित यह रोबोट रक्त या श्लेष्म जैसे शरीर के तरल पदार्थ के जरिए शरीर के भीतर की सतहों पर आसानी से स्थानांतरित हो सकता है। इस रोबोट में एक मिलीमीटर से भी छोटे सैकड़ों नुकीले पैर लगाए गए हैं। शोधकर्ताओं ने इसे तैयार करने से पहले जमीन पर रहने वाले सैकड़ों जानवरों के पैरों की संरचना का अध्ययन किया। इनमें दो, चार, आठ या उससे भी ज्यादा पैरों वाले जानवर मौजूद थे। शोधकर्ताओं का कहना है कि रोबोट के पैरों को नुकीला रखने के पीछे एक खास सोच थी।
उन्होंने बताया कि इसके कारण सतह से उनका संपर्क बेहद कम स्थान पर रहता है, जिसके कारण सतह से घर्षण भी कम हो जाता है। प्रयोगशाला में जांच के दौरान शोधकर्ताओं ने देखा कि इस डिजाइन के कारण सूखे और तरल दोनों तरह के माहौल में सतह से इसका संघर्ष 40 गुना कम हो गया।