November 23, 2024     Select Language
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कहीं आपको बीमार होने के पीछे यह जिम्मेदार तो नहीं ?

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कोलकाता टाइम्स 

क्या आपको पता हैं हमारे दैनिक इस्तेमाल में आने वाली ऐसी कई चीजें हैं जो टॉक्सिन्स से भरी हुई हैं जिनसे हम अपने आप को सुरक्षित नहीं रख पा रहे हैं। आप अपने रूटीन में भले ही संतुलित आहार वाला भोजन लेते हों, नियमित व्यायाम करते हैं साथ ही हेल्थ चेकअप करवाकर खुद को फिट रखते हों लेकिन इन सब के बावजूद भी हम अपने डेली के रूटीन में ऐसे काम कर रहे हैं जो हमारे शरीर के लिए खतरनाक हैं।

हम अपने डेली रूटीन में ऐसी कई चीजों का इस्तेमाल करते हैं जिसका संबंध कैंसर, मोटापा और कई दूसरी बीमारियों से है। बिल्स हों, फास्ट-फूड को लपेटने वाला रैपर या फिर सनस्क्रीन और डिओडरेंट।ये सब कही न कही हमारे शरीर में इफेक्ट डाल रही हैं। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि वे कौन सी चीजें हैं जिन्हें हम हर दिन इस्तेमाल तो करते हैं लेकिन वे हमारी सेहत के लिए बेहद खतरनाक हैं।

फास्ट-फूड के रैपर- फास्ट फूड को लपेटने में इस्तेमाल होने वाला रैपर से भले ही खाना ग्राम रहता हो हो या फिर दाग-धब्बों को हटाने के लिए इस्तेमाल होने वाला सामान हो पर यह भी बहूत घटक हैं।इन सभी में PFAs यानी पर ऐंड पॉलिफ्लूरोएलकाइल सब्सटेंस पाया जाता है। इस केमिकल की वजह से बच्चों का इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है और कैंसर का रिस्क बढ़ जाता है।

नेल पॉलिश- ऑफिस जाने वाली महिलाएं हो या हाउस वाइफ, सभी को नेलपेंट करना पसंद होता हैं पर क्या आपको पता हैं कि नेल पॉलिश में ऐसे केमिकल्स पाए जाते हैं जो अग्नि अवरोधक होते हैं और इस केमिकल की वजह से शरीर के नर्वस सिस्टम और हॉर्मोन लेवल में बदलाव हो सकता है। इसके साथ ही कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है।

फिनाइल की गोलियां- कपड़ों को कीट-पतंगों से दूर रखने के लिए इस्तेमाल होने वाली फिनाइल की गोलियां या फिर टॉइलट को खुशबूदार बनाने में इस्तेमाल होने वाले डिओडराइजर में डिक्लोरोबेंजाइन केमिकल पाया जाता है जो शरीर में मौजूद थायरॉइड हॉर्मोन्स को प्रभावित करने के साथ ही कैंसर के खतरे को भी बढ़ाता है।

कॉस्मेटिक शैंपू और हेयर जेल- रोज रोज बालों में शैम्पू करना और हेयर जैल लगाना भी आपको भारी पड़ सकता हैं।हर दिन इस्तेमाल होने वाले कॉस्मेटिक्स, शैंपू, हेयर जेल और लोशन में पाराबेन नामक केमिकल पाया जाता है जिसकी वजह से शरीर में ऐस्ट्रोजन हॉर्मोन्स जैसे कई और हॉर्मोन्स बन सकते हैं।

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