दूर रहें इन 10 लत से, वरना मिनटों में हो जाएगी जिंदगी बर्बाद
उदाहरण के तौर पर हम बात कर सकते हैं युवाओं के दिलों पर राज करता हुआ इंटरनेट। आज कल बच्चे तो बच्चे बड़े भी इंटरनेट के जाल में इतने फस गए हैं कि उन्हें इससे बाहर निकलने में परेशानी होती है। इसी प्रकार से दिन भर वीडियो गेम खेलने वाले बच्चों को भी इसकी लत लग जाती है जिस कारण वे सपने मे भी केवल वीडियो गेम के कैरेक्टर को ही देखते रहते हैं।
1. इंटरनेट सर्फिंग : हो सकता है कि आपको लगे कि इंटरनेट ब्राउज़िंग कुछ समय सुखद रूप से व्यतीत करने के अलावा और कुछ नहीं है। हालांकि, चीन में शोधकर्ताओं के शोध में पता चला है कि इंटरनेट की लत वास्तव में नशीली दवाओं और शराब के व्यसनों की तरह ही मस्तिष्क में बदलाव महसूस कराती है। ऐसा माना जाता है कि इंटरनेट की लत के शौकीन लोगों को भी उन्हीं प्रकार के समान लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है जैसा कि अन्य लतों के शिकार लोग करते हैं। इंटरनेट की सुविधा वाले स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वाले लोगों के सम्बन्ध में किया गया एक शोध दर्शाता है कि बहुत से लोग अपने फोन के इतने लती हो जाते हैं कि मात्र एक संदेश पाने के लिये वे काल्पनिक कंपन्न सुनने लगते हैं।
2. प्यार हो जाना : हम सभी को मालूम है कि ऐसा व्यक्ति जो लगातार किसी न किसी के रिश्ते में रहता है, उसे पांच मिनट भी अकेले गुजारना मुश्किल हो जाता है। हां, एक अध्ययन के अनुसार, ऐसा हो सकता है कि वे प्यार करने के आदी हो गये हों। ओ ! वह दिल का धड़कना और प्यार हो जाने की वह जबरदस्त खुशी…. सिद्द करती है कि आप इस लत के आदी हो सकते हैं। मनोवैज्ञानिक आर्थर एरन, जिन्होंने प्रेम पाश की लतों पर शोध किये, के अनुसार, प्यार हो जाने पर मस्तिष्क में वैसे ही बदलाव होते हैं, जैसे कि नशीली दवाओं के सेवन से होते हैं तथा आप वही कमी व चाहत पुनः महसूस करने लगते हैं जैसे ही पिछले प्यार का नशा खत्म होने की कगार पर पहुंचता है।
3. चीनी : हम सभी बार-बार अपने प्रिय व्यंजनों की इच्छा करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप वास्तव में डोनट्स व चाकलेट्स जैसी मीठी चीज के आदी हो सकते हैं। अध्ययन दर्शाते हैं कि जब हम मीठे स्नैक्स खाते हैं, तो हमारे मस्तिष्क में आपियड्स नाम का एक रसायन स्रावित होता है जो हमें बेहद खुशी का एहसास कराता है, और यह ऐसी अनुभूति होती है जो मीठा न मिलने पर हमें अभाव का एहसास कराती है।
4. टैटू व पियर्सिंग : जबकि शरीर में ऊपर से नीचे तक डैबलिंग करवाना आपको नहीं जमेगा लेकिन बहुत से लोग जो एक टैटू बनवाने के लिये आते हैं, वे कई और टैटू बनवाने को मजबूर हो जाते हैं क्योंकि उन्हें छेदन से ज्यादा आराम मिलता है जो एक प्रकार की लत है। हालांकि यह एक बहस का विषय है कि क्या यह एक सचमुच लत है, लेकिन यह निश्चित तौर पर बहुत से लोगों की मजबूरी होती है, जो टैटू खुदवाने के दौरान होने वाले दर्द में स्रावित होने वाले रसायन एन्डोर्फिन से मिलने वाले आनन्द के लिये इसे करवाते हैं।
5. काम : हालांकि हममे से ज्यादातर लोग छुट्टी की उम्मीद रखते हैं, लेकिन उन लोगों के लिये जो काम के लती हैं इन दिनों में काम से दूर रहना बेहतर नहीं लगता। हम लोग मजाक में उनके लिये ” काम के भूत” जैसे शब्द का इस्तेमाल करते हैं। शोध दर्शाते हैं कि यह एक ऐसी स्थिति है जो कि स्वास्थ्य व संबधों को खतरे में डाल सकती है- यह केवल मेहनत करने तक सीमित नहीं है। एक स्पेनिश अध्ययन के अनुसार, स्पेन में लगभग 12 प्रतिशत काम करने वाले लोग इस लत के शिकार हैं, जबकि जापान में अधिक काम (करोशी) की वजह से प्रतिवर्ष लगभग 1000 मौतें होती हैं।
6. टैनिंग : एडिक्शन बायलोजी पत्रिका में प्रकाशित शोध बताते हैं कि धूप के रूप में अल्ट्रावायलेट किरणों में रहना या टेनिंग करना मस्तिष्क में वैसे ही परिवर्तन करता है जैसे कि नशीली दवायें, और आप टैनिंग की आदत के शिकार हो जाते हैं। डाक्टर बायरन एडिनाफ, अध्ययन के लेखक, के अनुसार, मस्तिष्क उन क्षेत्रों में यू वी प्रकाश के प्रति संवेदनशील होता है, लोंगों में टैनिंग जैसी स्वास्थ्य के लिये घातक टैनोरेक्सिया की लत विकसित कर देता है।
7. वीडियो गेम : पूरी दुनिया में, टीनेजर्स अपने कमरों में टेलीवीजन या कम्प्यूटर स्क्रीन के सामने वीडियो गेम में जुटे रहते हैं, हालांकि शोध दर्शाते हैं कि ये उतना कम हानिकारक नहीं है जितना कि मालूम पड़ता है। 2006 की बी बी सी रिपोर्ट लेक्चर में सामने आया कि 12 प्रतिशत लोग इस वजह से लतीय व्यवहार के शिकार हो गये तथा दुनिया के कई देशों में इस बढ़ती लत से बचने के लिये इलाज केन्द्र खोले गये हैं। किसी अन्य लत की तरह ही, लगातार गेम खेलना कैरियर व संबधों को खतरे में डाल सकता है और गेम खेलने से हुई थकान की वजह से कई मौतें भी हुई हैं।
8. शापिंग : हम में से ज्यादातर लोग शापिंग पसन्द करते है, जबकि यह एक आधुनिक जीवन वर्धक गैजेट या प्रियजन के लिये एक उपहार होता है। हालांकि, कुछ लोगों के लिये, नई चीजें खरीदना एक विनाशकारी लत बन सकता है। खरीददारी की लत (आमनियोमेनिया) में एक एन्डारफिन व डोपामाईन नामक रसायन स्रावित होता है व कुछ क्षणों के लिये खुशी प्रदान करता है जिसे ऐसे लोग बार बार महसूस करना चाहते हैं। बहुत से शापिंग की आदत के शिकार लोग जीवन में नकारात्मक भावों या स्थितयों से बचने के लिये करते हैं। हालांकि यह लत कई अन्य धन सम्बन्धी व भावनात्मक समस्याओं को जन्म देती है।
9. लिप बाम: हालांकि अल्कोहल और सिगरेट जैसी तो नहीं, लेकिन लिप बाम का प्रयोग निश्चित रूप से एक आदत बन सकता है। ऐसा इसलिये है क्योंकि लिप बाम अस्थाई रूप से सूखे होठों को नमी प्रदान करता है, लेकिन यह प्राकृतिक कोशिकीय परिवर्तन व प्राकृतिक नमी प्रदान करने की प्रक्रिया को बाधित कर देता है और फिर आपको अपने होठों को नमी के लिये अधिक से अधिक लिप बाम का प्रयोग करने को बाध्य कर देता है।
10. संगीत : हम सभी के अपने प्रिय गाने होते हैं, जिन्हें हम बार बार सुनते है, लेकिन क्या आपने कभी ध्यान दिया कि आप अपने प्रिय गाने के लती हो सकते है? शोध में पता चला है जब हम संगीत सुनते हैं, हम प्राकृतिक रूप से जीवंत महसूस करते हैं और हमारे शरीर में डोपामाइन स्रावित होता है, जो एक न्यूरोट्रांसमीटर की तरह है जो नशीली दवाओं व मनपसन्द भोजन ग्रहण करने पर स्रावित होता है।