स्वास्तिक के 7 उपायों में छुपा है आपकी किस्मत बदलने की ताकत
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कोलकाता टाइम्स
सनातन धर्म में स्वास्तिक को परब्रह्म की संज्ञा दी गई है। पुराणों में स्वास्तिक को धन की देवी लक्ष्मी तथा बुद्धि के देवता भगवान गणपति का प्रतीक भी माना गया है। स्वास्तिक संस्कृत के दो शब्दों ‘सु’ एवं ‘अस्ति’ से मिलकर बना है जिनका अर्थ है ‘शुभ हो’, ‘कल्याण हो’। ज्योतिष में स्वास्तिक के कुछ अलग प्रयोग भी बताए गए हैं जिन्हें करने से सभी समस्याएं दूर होकर धन, धान्य, सौभाग्य तथा अखंड लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।