November 1, 2024     Select Language
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इस शहर के कारण आमिर-सलमान से राहुल-नवजोत, सबकी जान हलक में अटकी 

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कोलकाता टाइम्स  : 
देश में कहीं भी कोई घटना हो, उससे संबंधित सेलिब्रिटी पर मुकदमा बिहार के इसी गांव में होता है। यहां के लोगों की भावनाएं जल्द ही आहत होती हैं। जिस कारण देश का शायद ही कोई सेलेब्रेटी बचा हो जिसपर इस गाव के किसी ने मुकदमा ना किया हो।  यह गांव है बिहार का मुजफ्फरपुर।

अमृतसर हादसे के बाद नवजोत कौर सिद्धू पर मुकदमा इसका ताजा उदाहरण है। राहुल गांधी पर मुकदमा पहले से ही चल रहा है। यहां सलमान खान, आमिर खान, मल्लिका शेरावत व रवीना टंडन  सहित कई बॉलीवुड सितारे भी कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं। लिस्ट लंबी है।

इन हस्तियों पर कोर्ट में मुकदमा दायर करने वालों में प्रमुख नाम अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा का है। अब तक वे 685 मुकदमे दायर कर चुके हैं। इसके अलावा हाईकोर्ट में भी आधा दर्जन जनहित याचिकाएं दायर की हैं। मुकदमा करने वालों में दूसरा नया नाम तमन्ना हाशमी का है। अब तब उन्होंने एक दर्जन मुकदमे दायर कर रखे हैं। इनके अतिरिक्त इक्के – दुक्के लोग समय-समय पर ऐसे मुकदमे करते रहते हैं।

अमिताभ बच्चन, बीआर चोपड़ा, राकेश रोशन, प्रीति जिंटा, माधुरी दीक्षित, मल्लिका शेरावत, रवीना टंडन, सलमान खान, शाहरुख खान, कैटरीना कैफ, सोनाक्षी सिन्हा, करीना कपूर, सनी देओल, अजय देवगन, ऐश्वर्या राय, श्रद्धा कपूर, अभिषेक बच्चन, बिपाशा बसु, वरीना हुसैन, आयुष शर्मा, रवि किशन सहित कई अन्य।

सुधीर कुमार ने देश की बड़ी राजनीतिक हस्तियों के खिलाफ भी कोर्ट में मुकदमा दायर किया है। इसमें सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, अन्ना हजारे, बाला साहब ठाकरे, राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे, बुद्धदेव भट्टाचार्य, दिग्विजय सिंह,रामविलास पासवान, नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव, डॉ.रघुवंश प्रसाद सिंह, मुकल वासनिक, व सुशील कुमार मोदी सहित अन्य शामिल हैं।

धार्मिक व खेल क्षेत्र की हस्तियां

बड़ी धार्मिक हस्तियों में आसाराम बापू, निर्मल बाबा, खेल क्षेत्र की हस्तियों में सचिन तेंदुलकर, रिकी पोंटिंग व नवजोत सिंह सिद्धू सहित कई अन्य शामिल हैं।

अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा की ओर से दायर परिवाद की सुनवाई के बाद कोर्ट के आदेश से अमिताभ बच्चन, सलमान खान व शाहरुख खान के विरुद्ध स्थानीय काजी मोहम्मदपुर व मिठनपुरा थाने में प्राथमिकी दर्ज है। सलमान खान की फिल्म लवरात्रि के नाम व कहानी को हिंदुओं की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने वाला बताते हुए अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने परिवाद दाखिल किया था।

उनका दावा है कि इस परिवाद के बाद ही सलमान खान ने फिल्म का नाम बदल दिया। इस मामले में परिवाद की सुनवाई के कोर्ट ने मिठनपुरा थानाध्यक्ष को प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच के आदेश दिए थे। इस आदेश के आलोक में मिठनपुरा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई।

इस प्राथमिकी के विरुद्ध सलमान खान की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई। इसकी सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने आगे की कार्रवाई पर रोक लगा दी है। फिलहाल इस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। विपाशा बसु के खिलाफ दर्ज परिवाद में बहस पूरी हो चुकी है। 26 अक्टूबर को कोर्ट का आदेश आने की संभावना है।

बाबा साहब ठाकरे के निधन के कारण उनके विरुद्ध मामला खारिज हो चुका है। राज ठाकरे के विरुद्ध छह मुकदमों में दो को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट खारिज कर चुकी है। चार मामले में उनके खिलाफ कोर्ट मामले का संज्ञान लेकर वारंट जारी हो चुका है।

लालू व रघुवंश पर कोर्ट में मुकदमा  : बाढग़्रस्त क्षेत्रों का सर्वे करने के दौरान दो अगस्त 2007 को मनियारी थाना क्षेत्र के एनएच-28 पर भुजंगी चौक के निकट बिना अनुमति के हेलीकॉप्टर उतारने को लेकर राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव व उपाध्यक्ष डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह के विरुद्ध भी अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने कोर्ट में मुकदमा किया। इसकी सुनवाई के बाद पिछले दिनों स्थानीय एडीजे-7 के कोर्ट ने खारिज कर दिया। इसके विरुद्ध पटना हाईकोर्ट में अपील दाखिल की गई है।

बड़ी हस्तियों पर कोर्ट में मुकदमा करने वालों में इन दिनों तमन्ना हाशमी  उभर कर सामने आए हैं। उन्होंने अब तक एक दर्जन ऐसे लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, गिरिराज सिंह, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, विधायक अल्पेश ठाकोर, यूपी के नेता आजम खान व संगीतकार सोनू निगम सहित अन्य शामिल हैं।

इन बड़ी हस्तियों पर कोर्ट में मुकदमे का रिकॉर्ड बनाने वाले अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा कहते हैं कि वे पहले दुकान चलाते थे। इसके बाद प्राइवेट नौकरी की। इस दौरान समाहरणालय में आने-जाने के क्रम में वहां अपनी मांगों के समर्थन में धरना पर बैठे लोगों को देखते थे। उसी समय जिज्ञासा हुई कि कानूनी तरीके से न्याय कैसे पाया जा सकता है। इसी से प्रेरणा लेकर उन्होंने काननू की पढ़ाई की और अधिवक्ता बने।

उनकी लड़ाई भ्रष्टाचार, शोषण व अश्लीलता के खिलाफ है। आम जनता की हितों व सिस्टम की खामियों को दुरुस्त करने  को लेकर कोर्ट में इसकी कानूनी लड़ाई कोर्ट में लड़ते हैं। इसके माध्यम से वे बड़ी हस्तियों को यह बताना चाहते हैं कि कोई भी हो वह कानून से बड़ा नहीं है।

तमन्ना हाशमी कहते हैं कि कई बड़े नेता व हस्ती यह समझते हैं कि वे कानून से ऊपर हैं। उनकी बातें देश को बांटने वाले व नफरत फैलाने वाली होती है।

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