छठ पर महिलाओं की लंबा पीला सिंदूर लगाने का राज!
दिवाली के जश्न के बाद, उत्तर भारत में छठ पूजा की धूम शुरू हो जाती है। छठ को महाव्रत कहा जाता है जो चार दिनों तक चलता है और दुनिया के सबसे कठिन व्रतों में इसकी गिनती की जाती है। इस पूजा में महिलाएं अपने परिवार और सुहाग के लिए 36 घंटों का कठोर निर्जला व्रत रखती हैं।
यह हर साल दिवाली के छह दिनों के बाद कार्तिक महीने में मनाया जाता है। इस महापर्व का शुभारंभ इस साल 11 नवंबर को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया। इस व्रत के दौरान छठ के गीतों का भी अलग ही आनंद होता है। 13 नवंबर को भगवान सूर्य को पहला अर्ध्य दिया जाएगा। इस व्रत की शक्ति को देखकर अब छठ पूजा को मानने वालों की संख्या में भी लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है। देश के जिन हिस्सों में यह पर्व मनाया जाता है वहां औरतें पूरी श्रद्धा के साथ इसका व्रत रखती हैं। छठ पूजा के दौरान महिलाएं माथे से लेकर मांग तक सिंदूर लगाए हुए दिखती हैं, जानते हैं इसका क्या महत्व है।
छठ पूजा कर रही औरतों को तो आपने देखा होगा। वो इस पावन पर्व के दौरान नाक से लेकर पूरे मांग तक सिंदूर भरती है। दरअसल महिलाएं भगवान सूर्य से अपने सुहाग और बेटे की रक्षा की कामना मांगने के लिए ये व्रत करती हैं। ये माना जाता है कि सिंदूर जितना लंबा होगा, पति की उम्र भी उतनी लंबी होगी और उनकी कामयाबी में भी वृद्धि होगी। ये व्रत रख कर स्त्रियां छठी मैया से परिवार की सुख और समृद्धि की दुआ मांगती हैं।