बिना खिड़की के आसमानी सैर से हैं सैंकड़ों फायदे, उड़ना चाहेंगे ?
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कोलकाता टाइम्स :
आप महासागर पार आठ से नौ घंटे की यात्रा उस विमान में करने की कल्पना कर सकते हैं, जिसमें कोई खिड़की ना हो. जिन्हें बंद माहौल को लेकर उलझन होती है उनके लिए तो यह यात्रा किसी भी सूरत में ठीक नहीं होगी. दुबई की एमिरात एयरलाइंस के प्रमुख सर टिम क्लार्क का कहना है कि आने वाले सालों में बिना खिड़की वाले विमान की बात सच होने जा रही है.
खिड़कियां नहीं होने पर फ़ाइबर ऑप्टिक्स से जुड़े कैमरों के एक सिस्टम के ज़रिए विमान के बाहर के दृश्य को यात्रियों को दिखाया जाएगा. क्लार्क का कहना है कि यात्री जो देखना चाहेंगे वो उन्हें दिखाया जाएगा. ऐसा पहले से ही एमिरात बोइंग 777-300 ईआर की पहली श्रेणी के केबिन में शुरू किया जा चुका है और जल्द ही पूरे प्लेन में इसे लागू किया जाएगा.
बिना खिड़कयों के विमान वाले प्रस्ताव में असहमतियां भी सामने आ सकती हैं. इंग्लैंड की क्रैनफ़ील्ड यूनिवर्सिटी में विमान की सुरक्षा के जानकार प्रोफ़ेसर ग्राहम ब्रैथवैट ने बताया कि आपातकाल की स्थिति में विमान चालक दल को बाहर देखने में सक्षम होना चाहिए.
खिड़कियां नहीं होने पर फ़ाइबर ऑप्टिक्स से जुड़े कैमरों के एक सिस्टम के ज़रिए विमान के बाहर के दृश्य को यात्रियों को दिखाया जाएगा. क्लार्क का कहना है कि यात्री जो देखना चाहेंगे वो उन्हें दिखाया जाएगा. ऐसा पहले से ही एमिरात बोइंग 777-300 ईआर की पहली श्रेणी के केबिन में शुरू किया जा चुका है और जल्द ही पूरे प्लेन में इसे लागू किया जाएगा.
बिना खिड़कयों के विमान वाले प्रस्ताव में असहमतियां भी सामने आ सकती हैं. इंग्लैंड की क्रैनफ़ील्ड यूनिवर्सिटी में विमान की सुरक्षा के जानकार प्रोफ़ेसर ग्राहम ब्रैथवैट ने बताया कि आपातकाल की स्थिति में विमान चालक दल को बाहर देखने में सक्षम होना चाहिए.