हवा में जहर फैल रहा है ई-मेल, एसएमएस
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कोलकाता टाइम्स :
क्या आपके पता है कि ई-मेल, एसएमएस से हवा में जहर फैलता रहा है। जिसका प्रभाव आपके स्वास्थ्य के लिये काफी हानिकारक है। कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य जहरीली गैसों की मात्रा बढ़ जाती है। एक शोध के मुताबिक हर ईमेल से वातावरण में कार्बन डॉइऑक्साइड और अन्य जहरीली गैस पैâलती है। एक छोटे से ईमेल से भी कम से कम ४ ग्राम कार्बन डॉइऑक्साइड जैसी ़जहरीली गैस पैदा होती है। यह गैस वंâप्यूटर को चलाने, सर्वर के चलने और राउटर से पैदा होती है।
रोमांचक बात है कि आपको भेजे गए स्पैम मेल से भी जहरीली गैस पैदा होती है। बढ़िया से बढ़िया लैपटॉप भी 0.2 ग्राम जहरीली गैस पैदा करता है जबकि हर डेस्क टॉप से 4. 5 ग्राम गैस पैदा होती है। आपका मोबाइल फोन भी इसके लिए जिम्मेदार है। हर एसएमएस से ़जहरीली गैस पैदा होती है। इस तरह के टेक्स्ट से कुल 0. 014 ग्राम जहरीली गैस पैदा होती है। और तो और जब आप नल से पानी पीते हैं तो ऐसी गैसें पैदा होती हैं। इसी तरह आपके टीवी से भी ऐसी गैसें पैदा होती हैं। इसमें भी अगर आप प्ला़ज्मा टीवी देख रहे हैं तो वह एलसीडी की तुलना में अधिक गैस पैदा करता है।
रोमांचक बात है कि आपको भेजे गए स्पैम मेल से भी जहरीली गैस पैदा होती है। बढ़िया से बढ़िया लैपटॉप भी 0.2 ग्राम जहरीली गैस पैदा करता है जबकि हर डेस्क टॉप से 4. 5 ग्राम गैस पैदा होती है। आपका मोबाइल फोन भी इसके लिए जिम्मेदार है। हर एसएमएस से ़जहरीली गैस पैदा होती है। इस तरह के टेक्स्ट से कुल 0. 014 ग्राम जहरीली गैस पैदा होती है। और तो और जब आप नल से पानी पीते हैं तो ऐसी गैसें पैदा होती हैं। इसी तरह आपके टीवी से भी ऐसी गैसें पैदा होती हैं। इसमें भी अगर आप प्ला़ज्मा टीवी देख रहे हैं तो वह एलसीडी की तुलना में अधिक गैस पैदा करता है।