इस देश में पानी से बना डीजल, लगाया प्लांट
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कोलकाता टाइम्स :
अब जर्मनी की कार बनाने वाली वंâपनी ऑडी ने पानी से ही डीजल बनाना शुरू कर दिया है। इस डीजल को ऑडी ने ‘ऑडी ई-डीजल’ नाम दिया है। ‘ऑडी ई-डीजल’ को कारों में ईधन के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। ‘ऑडी-ई-डीजल’ वातावरण के लिए भी पूरी तरह सुरक्षित है। ‘ऑडी ई-डीजल’ में सल्फर और एयरोमेटिक हाइड्रोकार्बन जैसे तत्व भी नहीं होते जिससें यह पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचाता। ऑडी ने ई-डीजल को बनाने का काम जर्मनी के ड्रेस्डेन ाqस्थत अपने प्लांट पर शुरू किया है। इस प्लांट पर लिाqक्वड ईधन बनाने के लिए ग्रीन पावर का इस्तेमाल किया जा रहा है जिसमें पानी, हवा और कार्बन-डाई-ऑक्साइड शामिल है। प्लांट पर कार्बन-डाई-ऑक्साइड बायोगैस पेâसिलिटीज से ली जा रही है।
० वैâसे बनता है डीजल
पानी को एक टैंक में गर्म कर उसे भाप के रूपए में बदल दिया जाता है जिससें वह हाईड्रोजन और ऑक्सीजन के रूप में अलग हो जाता है। इसके बाद दो चरण और होते हैं जिनमें हाइड्रोजन को कार्बन-डाई-ऑक्साइड के एक गर्म टैंक में से होकर गुजारा जाता है। इससे निकलने वाला पदार्थ लिाqक्वड के रूप में सामने आता है जिसे अलग से एक दूसरे टैंक में इकट्ठा किया जाता है जिसें ब्लू व्रूâड कहा जाता है। ब्लू व्रूâड को परिष्कृत कर पेट्रोल पंप में डाल दिया जाता है जिसें कार के ईधन के रूप में काम में लिया जाता है।
ऑडी ई-डीजल को धरती से निकलने वाले डीजल में भी मिलाकर काम में लिया जा सकता है। वंâपनी के प्लांट ई-डीजल के अलावा ऑडी ई-गैसोलीन (ई-पेट्रोल) भी बनाया जा रहा है।
० वैâसे बनता है डीजल
पानी को एक टैंक में गर्म कर उसे भाप के रूपए में बदल दिया जाता है जिससें वह हाईड्रोजन और ऑक्सीजन के रूप में अलग हो जाता है। इसके बाद दो चरण और होते हैं जिनमें हाइड्रोजन को कार्बन-डाई-ऑक्साइड के एक गर्म टैंक में से होकर गुजारा जाता है। इससे निकलने वाला पदार्थ लिाqक्वड के रूप में सामने आता है जिसे अलग से एक दूसरे टैंक में इकट्ठा किया जाता है जिसें ब्लू व्रूâड कहा जाता है। ब्लू व्रूâड को परिष्कृत कर पेट्रोल पंप में डाल दिया जाता है जिसें कार के ईधन के रूप में काम में लिया जाता है।
ऑडी ई-डीजल को धरती से निकलने वाले डीजल में भी मिलाकर काम में लिया जा सकता है। वंâपनी के प्लांट ई-डीजल के अलावा ऑडी ई-गैसोलीन (ई-पेट्रोल) भी बनाया जा रहा है।