उत्तर भारत की खासियत : ज्यादा साथ निभाते हैं शादीशुदा जोड़े
कोलकाता टाइम्स :
कभी शादी सात जन्मों का बंधन माना जाता था, आज की पीढ़ी इन बातों पर यकीं नहीं करती। खासकर शहरी पीढ़ी। एहि वजह है कि ना शादी होते देर लगती है ना टूटते। लेकिन इस भावना के बिच भी भारत में शादियां आज भी जन्मों तक कायम रह ही जाती है। एक जनगणना रिपोर्ट में इसका जवाब मिला है। 40 साल या इससे ज्यादा वक्त तक साथ रह रहे जोड़ों में सबसे ज्यादा उत्तर भारतीय राज्यों और महाराष्ट्र (11.6 फीसदी) में हैं। वहीं उत्तर पूर्वी बेल्ट में इनका आंकड़ा सिमट कर महज 7 फीसदी पर रह जाता है। 40 साल या इससे ज्यादा वक्त से साथ शादीशुदा जिंदगी का निर्वाह कर रहे जोड़ों का राष्ट्रीय औसत 10.2 फीसदी है। जानकारों का कहना है कि देश में शादीशुदा जिंदगी लंबी चलने का प्यार या वफादारी से कोई संबंध नहीं है। इसका निर्धारण इस बात पर हो रहा है कि लोग कितने साल जीवित रह रहे हैं। सुविधाएं बढ़ने से लोगों की आयु बढ़ी है और यही कारण है कि शादीशुदा जोड़े भी बढ़ रहे हैं।